मछ गलागल लोक में, सबला ते निबलां नें खाय। लोक में मत्स्य न्याय चल रहा है। सबल निर्बल को खा रहा है।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

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अभिनंदन करती हूँ

साध्वी प्रमिला कुमारी

6 June - 12 June 2022

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गौरवशाली संघ हमारा

साध्वी मृदुला कुमारी

6 June - 12 June 2022

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अर्हम्

साध्वी लब्धिश्री

6 June - 12 June 2022

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नव-निधि को करें प्रणाम

साध्वी मुक्ताप्रभा

6 June - 12 June 2022

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अर्हम्

साध्वी चंदनबाला

6 June - 12 June 2022

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शासनश्री साध्वी यशोधरा

6 June - 12 June 2022

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मौन साधिका साध्वी राजकुमारी ‘द्वितीय’

6 June - 12 June 2022

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यादें... शासनमाता की - (10)

साध्वी स्वस्तिक प्रभा

6 June - 12 June 2022

यादें... शासनमाता की - (10)
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