वितिगिंछसमावण्णा, पंथाणं व अकोविया। व्रण को अधिक खुजलाना ठीक नहीं है, क्योंकि उससे कठिनाई पैदा होती है।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

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हे सतीशेखरे!

साध्वी महकप्रभा

18 Apr - 24 Apr 2022

हे सतीशेखरे!

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माँ तेरा वास

साध्वी स्मितप्रभा

18 Apr - 24 Apr 2022

माँ तेरा वास

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अर्हम्

साध्वी सूरज कुमारी

18 Apr - 24 Apr 2022

अर्हम्

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दरस दिरावो जी

साध्वी अनुशासनश्री

18 Apr - 24 Apr 2022

दरस दिरावो जी

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हर पल याद सताए

साध्वी समत्वयशा

18 Apr - 24 Apr 2022

हर पल याद सताए

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दर्शन के लिए मन प्यासा

साध्वी प्रांशुप्रभा

18 Apr - 24 Apr 2022

दर्शन के लिए मन प्यासा

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कोटिशः नमन

शासनश्री साध्वी कुंथुश्री

18 Apr - 24 Apr 2022

कोटिशः नमन

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नहीं भूलेगा यह मन

साध्वी नम्रप्रभा

18 Apr - 24 Apr 2022

नहीं भूलेगा यह मन

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नूर तुम्हारा अनुपम

साध्वी करुणाप्रभा

18 Apr - 24 Apr 2022

नूर तुम्हारा अनुपम

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कमल सी कोमलता

समणी विनीतप्रज्ञा

18 Apr - 24 Apr 2022

कमल सी कोमलता

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दुनिया गौरव गाती

साध्वी उज्ज्वलरेखा

18 Apr - 24 Apr 2022

दुनिया गौरव गाती

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ममता री मूरत!

साध्वी प्रभातप्रभा

18 Apr - 24 Apr 2022

ममता री मूरत!

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जय-जय शासनमाता

साध्वी अर्हतप्रभा

18 Apr - 24 Apr 2022

जय-जय शासनमाता

संस्थाएं

सेवा कार्य

राजराजेश्वरी नगर।

18 Apr - 24 Apr 2022

सेवा कार्य

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यादें... शासनमाता की - (5)

साध्वी स्वस्तिक प्रभा

18 Apr - 24 Apr 2022

यादें... शासनमाता की - (5)
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