प्रवृत्ति को छोड़ना कठिन है, परंतु प्रवृत्ति में होने वाली आसक्‍ति को छोड़ा जा सकता है। फिर प्रवृत्ति तुम्हारी आत्मा को मलिन बनाने वाली नहीं बनेगी।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

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तेरापंथ

डॉ. समणी ज्योतिप्रज्ञा

19 July - 25 July 2021

तेरापंथ
PDF जैन पंचांग