भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि पुरुष थे आचार्यश्री तुलसी

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भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि पुरुष थे आचार्यश्री तुलसी

रोहिणी, दिल्ली
तेरापंथ भवन में 28वाँ विकास महोत्सव का आयोजन किया गया। शासनश्री साध्वी रतनश्री जी ने कहा कि आचार्य तुलसी भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि पुरुष थे। जैन शासन में एक क्रांतिकारी एवं प्रभावशाली आचार्य थे। तेरापंथ धर्मसंघ में नए-नए उन्मेष कारक एवं विकास की नई रेखाएँ खींचने वाले आचार्य थे।
शासनश्री साध्वी सुव्रतां जी, शासनश्री साध्वी सुमनप्रभा जी, साध्वी कार्तिकप्रभा जी ने अपने नेतृत्व एवं व्यक्‍तित्व के संदर्भ में अनेक आकर्षक एवं प्रेरक घटनाओं को प्रस्तुत किया।
तेरापंथी सभा, रोहिणी के अध्यक्ष मदनलाल जैन दिल्ली तेरापंथी सभा के मंत्री सुरेंद्र नाहटा, प्रवीण सिंघी, राज सिंघी, पुष्पा बैंगानी ने तुलसी चरणों में श्रद्धा सुमन समर्पित किए। साध्वी चिंतनप्रभा जी, साध्वी कार्तिकप्रभा जी ने गीत का संगान किया। आभार प्रदर्शन प्रवीण सिंघी ने किया। कार्यक्रम का संयोजन तेयुप के संयोजक शुभम जैन ने किया।