संपादकीय

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संघीय समाचारों का विशेष साप्ताहिक मुखपत्र हैतेरापंथ टाइम्स जो संघीय समाचारों को जन-जन तक पहुँचाने का माध्यम है। मुझे आचार्यप्रवर के बैंगलुरु चातुर्मास के समय इससे प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संदीप कोठारी ने मुझे कार्यकारी संपादक के रूप में मनोनीत किया। अनंत कृतज्ञता पूज्यप्रवर आचार्यश्री महाश्रमण जी के प्रति जिन्होंने मुझे हैदराबाद में वरदहस्त प्रदान किया।
परम श्रद्धेय आचार्यप्रवर के पावन आशीर्वाद एवं उनसे प्राप्त ऊर्जा से सम-विषम परिस्थितियों में सहज रूप से यह कार्य करने का अवसर मिला। मातृहृदया साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभा जी, मुनि दिनेश कुमार जी, अभातेयुप के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनि योगेशकुमार जी, मुनि नयकुमार जी एवं समस्त चारित्रात्माओं के प्रति हृदय से कृतज्ञता जिनके आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन से सतत दायित्व निर्वहन हेतु निरंतर प्रेरणा मिलती रही।
साप्ताहिक प्रकाशन के इस उपक्रम से जुड़ने के पश्‍चात निरंतर मेरे ज्ञान में वृद्धि हुई यह मेरे जीवन की अनुपम उपलब्धि रही। कार्यकारी संपादक के रूप में कार्य करते समय कभी उलाहना तो कभी शाबाशी भी मिली। उलाहना मुझे अपनी भूल सुधार की प्रेरणा देता तो शाबाशी मुझे और अधिक द‍ृढ़-निश्‍चय के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करती। मुझ जैसे कार्यकर्ता को तेरापंथ टाइम्स के संपादक के रूप में नियुक्‍त करना मेरे जीवन की अमूल्य निधि बनी, क्योंकि इस दौरान मुझे अनेक प्रबुद्ध एवं विदूषी चारित्रात्माओं से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष संवाद अवसर मिला। सभा-संस्थाओं के समाचार संयोजन में पदाधिकारियों से भी मुझे बहुत कुछ सीखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। समय-समय पर विशेष अवसरों पर एवं संघीय कार्यक्रमों पर विशेष अंक तैयार करना, अखबार को नवीनता प्रदान करना प्रति सप्ताह रोचक अनुभूति करवाता।
कोरोना की विषम परिस्थितियों में जब इसका ऑनलाइन प्रकाशन शुरू हुआ इस दौरान ऑनलाइन समाचार पढ़ने के साथ आचार्यप्रवर का वीडियो भी लिकं के माध्यम से देखने को मिलता। इसमें एक नवीन क्रांति तब हुई जब इसका ूूूण्जमतंचंदजीजपउमेण्बवउ के माध्यम से ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च हुआ। यह पोर्टल हर व्यक्‍ति की पहुँच में निरंतर बना रहेगा, क्योंकि मोबाइल आज रोटी, कपड़ा और मकान के बाद की जरूरत बन गया है। इस पोर्टल के माध्यम से कभी भी, कहीं भी, किसी भी समाचार को देखा जा सकता है। इस पोर्टल को बनाने में विशेष प्रेरणा महामंत्री श्री मनीष दफ्तरी की रही। वे तेरापंथ टाइम्स को सामयिक रूप प्रदान करना चाहते थे। तेरापंथ टाइम्स के संपादन में विशेष सहयोग दिल्ली कार्यालय से श्री दिनेश शर्मा, एल0आर0 भारती, प्रिटंर दीपक वर्मा, इंदौर से रवि कोठारी का रहा। इस नवीन भूमिका को निभाने में मुझे अतुलनीय सहयोग और प्रेरणा अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप कोठारी की रही, जिन्होंने मेरा सतत उत्साहवर्धन किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय ने मुझे कार्यकारी संपादक के साथ राष्ट्रीय सह-प्रकाशन प्रभारी के रूप में भी दायित्व दिया। इस दायित्व को निभाने में बड़े भाई तुल्य राष्ट्रीय प्रभारी श्री मनोज संकलेचा का विशेष मार्गदर्शन रहा।
संपादन कार्य में अभातेयुप पूर्व अध्यक्ष श्री मर्यादा कोठारी, अभातेयुप उपाध्यक्ष श्री अमित नाहटा, पूर्व संपादक इंद्र बैंगाणी का भी स्नेहमय सहयोग रहा। केंद्रीय समाचारों के लेखन में श्री हनुमान दुगड़, आदान-प्रदान में भाई कमल शर्मा, श्री रजत सिंघी, हरीश शर्मा आदि का विशेष सहयोग रहा।
किसी भी कार्य को संपादन करते समय उसमें गलतियाँ भी होती हैं, मेरे दायित्व के दौरान आचार्यप्रवर की वाणी को लिपिबद्ध करने में कहीं भूल रही हो या संघीय रीति-नीति का उल्लंघन हुआ हो तो मैं सरल हृदय से श्रीचरणों में बारंबार खमतखामणा करता हूँ। संस्थागत एवं क्षेत्रीय समाचारों के प्रकाशन में अगर कोई भी समाचार छूटा हो तो मैं संपूर्ण भारत वर्ष में कार्यरत धर्मसंघ की संस्थाओं एवं श्रावक समाज से बारंबार क्षमायाचना करता हूँ।
विशेष धन्यवाद मेरे माता-पिता संतोष देवी-दुलीचंद मरोठी को जिन्होंने मुझे धार्मिक संस्कार प्रदान किए। आभार मेरी धर्मपत्नी रेखा एवं मेरी पुत्रियाँ प्रज्ञा-प्रेक्षा एवं राजवीर को जिन्होंने मुझे इस कार्य के समय नियोजन में सहयोग किया।
तेरापंथ टाइम्स के साथ जुड़ना सचमुच में अविस्मरणीय और सुखद रहा, क्योंकि इस दौरान मुझे बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला और मेरे ज्ञान की श्रीवृद्धि हुई।
कार्य को करने में राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संपादक श्री संदीप कोठारी एवं महामंत्री श्री मनीष दफ्तरी ने खुला आकाश एवं सदैव प्रोत्साहन दिया, जिससे कार्य करने की क्षमता द्विगुणित हो गई।
अभातेयुप के नए नेतृत्व के साथ नई प्रकाशन एवं संपादकीय टीम को भी सफलतम कार्यकाल के लिए अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएँ। तेरापंथ टाइम्स हर तेरापंथी श्रावक-श्राविका का गौरव बने, लोकप्रियता के नव इतिहास रचे---

कार्यकारी संपादक
दिनेश मरोठी