तप अभिनंदन कार्यक्रम

तप अभिनंदन कार्यक्रम

कैथल
साध्वी विशदप्रभा जी के सान्‍निध्य में तेरापंथ भवन में तपस्वी बहनों का तप-अभिनंदन कार्यक्रम रखा गया। सोनिया सिंगला धर्मपत्नी विजय जैन ने मासखमण तप किया। स्नेहलता जैन धर्मपत्नी कृष्ण जैन ने 10 दिन, शिक्षा बंसल धर्मपत्नी सुरेश बंसल ने 8 दिन की तपस्या की। तप-अभिनंदन कार्यक्रम में साध्वी विशदप्रज्ञा जी ने कहा कि जैन धर्म में मुक्‍ति के चार मार्ग बताए गए हैंसम्यग् ज्ञान, सही श्रद्धा, चारित्र और तप। तप उसी मनुष्य के संचित कर्मों को नष्ट करता है। जो हिंसा, झूठ, चोरी, गुस्सा, अहंकार, लोभ को नियंत्रित कर चुका है। ऐसे व्यक्‍ति के द्वारा किया जाने वाला तप मनवांछित फल देने वाला होता है। साध्वी प्रशमयशा जी ने संयोजकीय वक्‍तव्य में कहा कि जो तपता है, वह पकता है, तप इंद्रिय और मन को पकाने की प्रयोगशाला है। साध्वी मंदारप्रभा जी ने तप मार्ग को व्याख्यायित करते हुए मुक्‍ति के बाहरी और आंतरिक कारणों का विश्‍लेषण किया। इस मासखमण तप पर साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभा जी का पावन संदेश प्राप्त हुआ, जिसका वाचन विनय जैन ने किया। तेरापंथ समाज द्वारा सोनिया सिंगला को तप अभिनंदन पत्र प्रदान किया। जिसका वाचन तेरापंथ सभा मंत्री विनोद जैन ने किया। समाज द्वारा सोनिया, स्नेहलता शिक्षा व अशोक को साहित्य आदि से सम्मानित किया गया। कन्या मंडल, तेरापंथी महिला मंडल द्वारा रोचक प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत की।
इस अवसर पर तेरापंथ सभा प्रधान रामनिवास जैन, वीरभाण, अशोक, ज्ञानचंद, बबिता जैन ने प्रसन्‍नता व्यक्‍त करते हुए तप-अनुमोदना के हस्ताक्षर किए। पारिवारिक जनों में कृष्ण, विजय, रतनलाल, संदीप, साहिल, साक्षी, रमण, मोहनी, मुस्कान ने भाग्य की सराहना करते हुए विचार व्यक्‍त किए। कार्यक्रम का मंगलाचरण नीतू जैन ने किया। राखी त्याग प्रतियोगिता, पर्युषण आराधना प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय आने वालों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।