मासखमण तप अभिनंदन

मासखमण तप अभिनंदन

हैदराबाद
तप अभिनंदन समारोह में मासखमण तपस्वी कमल सिंह बैद अतापुर निवासी (सुपुत्र स्वर्गीय भीकमचंद बैद) के तप को संबोधित करते हुए साध्वी निर्माणश्री जी ने कहा कि तप आत्मशुद्धि का महान मार्ग है। जैन धर्म में तप के विविध प्रकार बताए गए हैं। उन्होंने इस तप के साथ मौन साधना को जोड़कर इसे और अधिक विशिष्ट बना दिया।
साध्वी योगक्षेमप्रभा जी ने कहा कि कमलजी साध्वीश्री जी की प्रेरणा से पिछले कई वर्षों से तप करते रहे हैं। इस वर्ष वृहद हैदराबाद में तप की
पंक्‍ति में उनका नाम प्रथम है। साध्वी लावण्यप्रभा जी आदि साध्वियों ने समवेत स्वर में अपने भावों की
प्रस्तुति दी। साध्वी कुंदनयशा जी ने अपने भावों की अभिव्यक्‍ति दी।
इस अवसर पर तेरापंथी सभा, सिकंदराबाद के द्वारा अभिनंदन पत्र पदाधिकारियों के द्वारा भेंट किया गया। सभा अध्यक्ष सुरेश सुराणा, मंत्री सुशील संचेती ने अपने भावों की प्रस्तुति दी। अभिनंदन पत्र का वाचन प्रमोद भंडारी ने किया। साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभा जी द्वारा प्रदत्त संदेश का वाचन संयोजक प्रेम बैंगाणी ने किया। शहर की अन्य संस्थाएँ महिला मंडल की अध्यक्ष अनिता गीड़िया, तेयुप अध्यक्ष प्रवीण श्यामसुखा, टीपीएफ सहमंत्री धीरज ललवानी, अणुव्रत समिति अध्यक्ष प्रकाश भंडारी ने उनके मनोबल की सराहना की। बैद परिवार की ओर से बहनों ने भावपूर्ण गीत का संगान किया। कविता के माध्यम से नन्हे-मुन्‍ने बालक-बालिकाओं ने प्रस्तुति दी। हैदराबाद महिला मंडल की ओर से सामुहिक गीत के द्वारा उनकी वर्धापना की। 31 दिन की तपस्या के उपलक्ष्य में 31 भाई-बहनों ने तप का संकल्प कर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर उपस्थित अठाई तप करने वाले अमित गोलछा सुपुत्र प्रकाश रंजू गोलछा का साहित्य दुपट्टे से रश्मि सेठिया ने सम्मान किया। कार्यक्रम का शुभारंभ नवकार मंत्र के उच्चारण से किया गया।