मंत्र दीक्षा के आयोजन - बच्चों के आध्यात्मिक विकास का माध्यम है ज्ञानशाला

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मंत्र दीक्षा के आयोजन - बच्चों के आध्यात्मिक विकास का माध्यम है ज्ञानशाला

इचलकरंजी

अभातेयुप के तत्त्वावधान में तेयुप द्वारा मंत्र दीक्षा का आयोजन साध्वी प्रज्ञाश्री जी के सान्‍निध्य में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी प्रज्ञाश्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र उच्चारण के साथ हुआ। तेयुप के साथियों ने विजय गीत का संगान किया।
साध्वी विनयप्रभा जी व साध्वी प्रतीकप्रभा जी ने गीत द्वारा मंत्र दीक्षा एवं ज्ञानशाला की उपयोगिता के बारे में बताया। ज्ञानार्थियों को त्रिपदी वंदना करवाई गई। साध्वी सरलप्रभा जी ने अपने उद्बोधन में नमस्कार महामंत्र के महत्त्व को इतिहास की कुछ घटनाओं के माध्यम से बताया। साध्वी प्रज्ञाश्री जी ने ज्ञानार्थियों को मंत्र दीक्षा का महत्त्व समझाते हुए दीक्षा प्रदान की।
कुल 33 बच्चों को मंत्र दीक्षा दिलवाई गई। मंत्र दीक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत ज्ञानशाला बच्चों के द्वारा सुंदर प्रस्तुति दी गई। तेयुप अध्यक्ष मुकेश भंसाली एवं पूर्व अध्यक्ष विकास सुराणा और ज्ञानशाला प्रशिक्षिका जयश्री जोगड़ ने मंत्र दीक्षा की जानकारी देते हुए सभी बच्चों को प्रेरणा प्रदान की।
अंत में मंत्र दीक्षा संयोजक महावीर भंसाली ने सभी का आभार व्यक्‍त किया। कार्यक्रम का संचालन तेयुप मंत्री रोहित भंसाली ने किया।