मंत्र दीक्षा के आयोजन - बच्चों के आध्यात्मिक विकास का माध्यम है ज्ञानशाला

संस्थाएं

मंत्र दीक्षा के आयोजन - बच्चों के आध्यात्मिक विकास का माध्यम है ज्ञानशाला

साहूकारपेट, चेन्‍नई

साध्वी अणिमाश्री जी के सान्‍निध्य में अभातेयुप के तत्त्वावधान में तेयुप द्वारा तेरापंथ भवन में मंत्र दीक्षा का कार्यक्रम आयोजित हुआ। साध्वीश्री जी ने कहा कि बच्चे परिवार की शान हैं, समाज, राष्ट्र की उज्ज्वल खान हैं। साध्वीश्री जी ने आगे कहा कि जीवन निर्माण और विकास के अनेक माध्यमों में एक सशक्‍त माध्यम हैमंत्र दीक्षा। हर अभिभावक अपने बच्चों की मंत्र दीक्षा के प्रति जागरूक बने, क्योंकि इससे आपके बच्चों का निर्माण ही नहीं होगा, बल्कि आपका भी भविष्य सुंदर और सुखद बनेगा।
साध्वीश्री जी ने कहा कि तेरापंथ सभा ज्ञानशाला का संचालन करती है। तेयुप एवं महिला मंडल व्यवस्था पक्ष को मजबूत बनाते हैं। इस हेतु प्रशिक्षिकाएँ धन्यवाद की पात्र हैं, जो बच्चों के सुंदर भविष्य निर्माण में अपने समय, श्रम, शक्‍ति का नियोजन कर रही हैं।
साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने मंच संचालन करते हुए कहा कि ज्ञानशाला संस्कारों के अभ्युदय की महत्त्वपूर्ण शाला है। तेयुप अध्यक्ष मुकेश नवलखा ने स्वागत भाषण देते हुए शहर की 24 ज्ञानशालाओं के बच्चों की मंत्र दीक्षा में सहभागिता के लिए साधुवाद दिया। मोगापेर ज्ञानशाला के बच्चों ने मंगल संगान किया। साहूकारपेट, ई एमआर, नई धोबीपेट, पल्लावरम ज्ञानशाला के बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी। दीया बोहरा ने भक्‍तामर ोत के कुछ पदों का उच्चारण किया। रंजीतमल अक्षयकुमार छल्लानी प्रायोजक परिवार का सम्मान तेरापंथ सभा अध्यक्ष प्यारेलाल पितलिया एवं तेयुप अध्यक्ष ने किया। तेयुप मंत्री संतोष सेठिया ने आभार ज्ञापन किया।