ज्ञान के विकास के साथ अच्छे संस्कार व अच्छे आचार का हो विकास : आचार्यश्री महाश्रमण

संस्थाएं

ज्ञान के विकास के साथ अच्छे संस्कार व अच्छे आचार का हो विकास : आचार्यश्री महाश्रमण

भीलवाड़ा
युवाशक्‍ति के प्रेरणा ोत, परम आराध्य, आचार्यश्री महाश्रमण जी के पावन सान्‍निध्य में अभातेयुप के तत्त्वावधान में तेरापंथ किशोर मंडल के 16वें राष्ट्रीय अधिवेशन ‘माइलस्टोन-21’ का आयोजन पिछले वर्ष की तरह एवं कोरोना काल की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर से वर्चुअल रूप में किया गया।
माइलस्टोन-21’ तेरापंथ किशोर मंडल राष्ट्रीय अधिवेशन का आगाज महाश्रमण सभागार, भीलवाड़ा में परम आराध्य आचार्यश्री महाश्रमण जी के पावन सान्‍निध्य में अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप कोठारी के द्वारा किया गया। साथ ही आगाज के समय सीमित संख्या में समागत अभातेयुप के पदाधिकारीगण, किशोर मंडल टीम, तेयुप एवं किशोर मंडल टीम, भीलवाड़ा ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।
महातपस्वी आचार्यश्री महाश्रमण जी ने किशोरों को प्रेरणा प्रदान करते हुए फरमाया कि अभातेयुप युवकों, किशोरों की संस्था है। आदमी के जीवन में किशोर अवस्था अर्जन की अवस्था होती है। विद्या अर्जन का सुंदर समय होता है। ज्ञान अर्जन के साथ-साथ अच्छे संस्कारों के सृजन का समय होता है। ये वर्चुअल अधिवेशन भी उपयोगी प्रतीत हो रहे हैं। इन अधिवेशनों से भी खुराक मिल सकती है। जीवन का पथ एवं प्रेरणा प्राप्त हो सकती है।
हमारे समाज के किशोर जिन्हें अभातेयुप का संरक्षण प्राप्त है, सभी में धार्मिक ज्ञान का भी विकास हो। जैन धर्म, तेरापंथ व तत्त्वज्ञान आदि का ज्ञान उनमें बढ़े। नशामुक्‍त जीवन हो, अच्छे संस्कार हों, ऐसे किशोरों का व्यक्‍तित्व बहुत अच्छा बन सकता है।
आचार्यप्रवर ने आगे प्रेरित करते हुए किशोरों को चार गीतिकाओं ‘झीणी चर्चा’ एवं सुगुण जन’ को इस साल सीखने का इंगित प्रदान किया। शनिवार को 7 से 8 की सामायिक भी किशोर करें, ऐसा होने से सामायिक से भी आत्मा एवं जीवन को अच्छा रखने में उसका भी योगदान हो सकता है।
ज्ञातव्य है कि देश भर में वर्चुअल रूप से आयोजित होने वाले इस अधिवेशन में 146 किशोर मंडलों से बहुत ही बड़ी संख्या में किशोर सहभागी बने।
परम पूज्यप्रवर के समक्ष कार्यक्रम में अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप कोठारी, राष्ट्रीय किशोर मंडल प्रभारी अर्पित नाहर, भीलवाड़ा तेयुप अध्यक्ष संदीप चोरड़िया आदि ने अपने विचार व्यक्‍त किए।
प्रथम सत्र भीलवाड़ा के श्रीलोक रिसोर्ट में वर्चुअल माध्यम से शुरू किया गया एवं पूरे भारत भर से किशोर मंडल ने वर्चुअल रूप से जुड़कर अपनी सहभागिता दर्ज करवाई। तेयुप, भीलवाड़ा ने मंगलाचरण से कार्यक्रम की शुरुआत की। तेयुप, भीलवाड़ा अध्यक्ष संदीप चोरड़िया ने स्वागत वक्‍तव्य से पूरे भारत के किशोर मंडल का स्वागत किया।
अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप कोठारी ने किशोर मंडल में एक जोश भरने वाला वक्‍तव्य दिया एवं ऊर्जा का संचार किया।
अभातेयुप एवं किशोर मंडल के मार्गदर्शक मुनि दिनेश कुमार जी के उद्बोधन के द्वारा किशोर मंडल को समय की उपयोगिता के बारे में बताया। समय का सदुपयोग कैसे करना है ये बात बताते हुए किशोरों को आगे कैसे बढ़ना है, यह बताया। पहले स्वयं का निर्माण करना होगा, यह एक ऐसी अवस्था है इसलिए कहा गया है कि बच्चे हमारी संस्कृति की जान हैं, बच्चे हमारी संस्कृति की शान हैं, किशोरों का भविष्य धर्मसंघ का भविष्य है, बच्चे हमारी संस्कृति के प्राण हैं।
तत्पश्‍चात क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका संचालन दीक्षित बाफना, रौनक नाहर, कांति दुगड़, कुलदीप बैद ने किया।

तत्पश्‍चात मुनि जयेश कुमार जी ने अपने वक्‍तव्य से भारत के किशोरों को मोटीवेट किया। इस सत्र के अंत में अभातेयुप के उपाध्यक्ष महेश बाफना ने किशोरों को 8़8़8 का फार्मूला समझाया।
दूसरा सत्र : सायंकालीन 7 से 8 की सामायिक समणी प्रतिभाप्रज्ञा जी के द्वारा लाइव लंदन से करवाई गई। संयोजन हिमांशु डूंगरवाल ने किया।
भव्य भक्‍ति में लीन हुआ तेरापंथ किशोर मंडल
रात्रिकालीन सत्र के अंतर्गत सुर संगम का संगीतमय कार्यक्रम रखा गया, जिसकी शुरुआत प्रसिद्ध भजन गायक ॠषि दुगड़ ने की। जिसमें सोनल पीपाड़ा ने भी अपनी सुंदर प्रस्तुति दी। इनके साथ-साथ संजय भाणावत, श्रेयांश चोरड़िया, वीरेन चोरड़िया आदि ने अपनी प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम का संयोजन मयंक धाकड़ के द्वारा किया गया। तदुपरांत अधिवेशन के प्रायोजक शैलेंद्र हिंगड़ ने अपनी बात रखी। अभातेयुप के उपाध्यक्ष अमित नाहटा ने किशोरों के विकास की बात करते हुए अपनी बात रखी। सत्र के अंत में भीलवाड़ा परिषद की ओर से दिनेश रांका ने आभार व्यक्‍त किया।
द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र से हुआ। मुनि मुकुलकुमार जी ने अपने उद्बोधन में किशोरों को प्रेरणा देते हुए कहा कि किशोरों की यह अवस्था निर्माण की अवस्था है। इस अवस्था में किशोरों को बहुत ध्यान रखना चाहिए। इस अवस्था में किशोर असमंजस में रहते हैं, इसलिए किशोरों को स्थिरता का अभ्यास करवाना चाहिए। मुनिश्री ने कुछ मुद्रा करने की प्रेरणा भी दी।
अभातेयुप के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनि योगेश कुमार जी ने किशोरों को प्रेरित करते हुए याद दिलाया कि जब कभी कोई आपको कहे कि यह काम आप नहीं कर सकते लेकिन वही काम जब आप कर लेते हैं तो वो खुशी अलग ही होती है। पि ंदलवदम ेंले पजष्े पउचवेेपइसम जीमद उांम पज चवेेपइसम इमबंनेम मअमतजीपदह पे चवेेपइसमण्
दूसरे सत्र में यूथ टाक्स कार्यक्रम के तहत अर्पित रांका (महाभारत सीरियल में दुर्योधन), उदयपुर के महाराजा लक्ष्यराज मेवाड़, खेल जगत का सुप्रसिद्ध नाम क्रिकेटर करुण नायर (कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाड़ी) एवं सिनेमा जगत का एक जानामाना चेहरा रणविजय सिंह ने ऑनलाइन उपस्थित होकर देशभर से जुड़े किशोरों को अपने जीवन के बारे में बताया और कहा कि जीवन में कभी ना हारकर आगे कैसे बढ़ना है, प्रेरित किया।
अंतिम सत्र में अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप कोठारी ने देशभर के किशोर मंडलों द्वारा भेजे गए प्रतिवेदनों की जानकारी देते हुए अवार्ड सेरेमनी के अंतर्गत बेस्ट ई-प्रतिवेदन, सेवा-संस्कार-संगठन के क्षेत्रों में पुरस्कारों की घोषणा की। कार्यक्रम में अभातेयुप महामंत्री मनीष दफ्तरी, उपाध्यक्ष अमित नाहटा एवं महेश बाफना, सहमंत्री अभिषेक पोखरना, अनंत वागरेचा एवं संगठन मंत्री जयेश मेहता, किशोर मंडल के राष्ट्रीय प्रभारी अर्पित नाहर एवं सहप्रभारी विशाल पितलिया आदि के साथ अभातेयुप कई अन्य सदस्य व राष्ट्रीय किशोर मंडल परिवार व ब्लू ब्रिगेड टीम के सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
दो दिवसीय अधिवेशन के मुख्य सहयोगी शैलेंद्र हिंगड़ का सम्मान राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप कोठारी एवं उनकी टीम के सदस्यों द्वारा किया गया। तेयुप भीलवाड़ा द्वारा अभातेयुप टीम के सदस्यों, ब्लू ब्रिगेड टीम के सदस्यों का सम्मान किया गया।
अंत में तेयुप, भीलवाड़ा के मंत्री पीयूष रांका ने अभातेयुप की संपूर्ण टीम, ब्लू ब्रिगेड के साथियों, स्थानीय परिषद सदस्यों एवं अपने सभी साथियों के प्रति आभार व्यक्‍त किया तथा अधिवेशन के संयोजक संतोष सिंघी एवं बैंगलोर से आए वी0जे0 इंदर अजय पींचा, मयंक धाकड़, हिमांशु डूंगरवाल एवं दीक्षित बाफना आदि साथियों को संपूर्ण व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से संपादित करवाने हेतु साधुवाद दिया।