सामूहिक जीवन की प्रयोगशाला है परिवार

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सामूहिक जीवन की प्रयोगशाला है परिवार

कटक, उड़ीसा।
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में ‘परिवार सेमिनार’ आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी द्वारा ‘प्रणीत परिवार के साथ कैसे रहें’ पुस्तक आधारित तेरापंथी सभा द्वारा शहीद भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि उड़ीसा सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र ढोलकिया, मुख्य वक्ता मुंबई-महाराष्ट्र कस्टम विभाग के कमिश्नर अशोक कोठारी, सम्माननीय अतिथि अंतर्राष्ट्रीय महासचिव (महावीर इंटरकोंटिनेटल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन), लोकेश कावड़िया व छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष अशोक जैन थे। इस अवसर पर अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि समाज की सबसे छोटी किंतु महत्त्वपूर्ण इकाई है-परिवार। सात वार तो सभी जानते हैं पर आठवाँ वार है-परिवार। परिवार का अर्थ है-जहाँ सुख-दुःख बाँटकर भोगे जाते हैं, जहाँ रिश्तों की अच्छी तरह से परवरिश होती है। दूसरे शब्दों में निकटवर्ती-सहवर्ती व्यक्तियों के समूह का नाम परिवार है।
बाल मुनि कुणाल कुमार जी ने सुमधुर गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजेंद्र ढोलकिया ने समाज में पारिवारिक वातावरण बने, इसके लिए सेमिनार को उपयोगी बताते हुए इसके आयोजन के लिए तेरापंथ सभा को धन्यवाद दिया। मुख्य वक्ता अशोक कोठारी ने कहा कि परिवार का मुखिया अगर सदस्यों को जोड़ने वाला हो तो परिवार को बिखरने से बचाया जा सकता है। परिवार में उदारता-सहिष्णुता का प्रयोग उसे एकसूत्रता के धागे में पिरोए रखता है। सम्माननीय अतिथि लोकेश कावड़िया ने कहा कि वह परिवार सुखी होता है जिसके सदस्यों में मेरा-तेरा का भाव नहीं होता। सम्माननीय अतिथि अशोक जैन ने कहा कि हमारी पहचान हमारे परिवार से होती है।
कार्यक्रम का शुभारंभ तेममं के मंगलाचरण से हुआ। स्वागत भाषण तेरापंथी सभा के अध्यक्ष मोहनलाल सिंघी ने दिया। आभार ज्ञापन तेरापंथी सभा के मंत्री चैनरूप चोरड़िया ने किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद जी व चैनरूप चोरड़िया ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर तेरापंथी सभा द्वारा अतिथियों का सम्मान किया गया। चारित्रात्माओं की चिकित्सा सेवा हेतु डॉ0 कुश कुमार जाजोड़िया, डॉ0 संदीप मित्तल का सम्मान किया गया। इस अवसर पर उड़ीसा प्रदेश अध्यक्ष उमेश खंडेलवाल का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में तेरापंथ सभा, तेयुप, तेममं, अणुव्रत समिति आदि के कार्यकर्ताओं का योगदान रहा।