अवबोध

स्वाध्याय

अवबोध

अवबोध


धर्म बोध
शील धर्म

प्रश्न 20 : ब्रह्मचारी मर कर कहाँ जाता है?
उत्तर : जो व्यक्ति धर्म की विविध प्रवृत्तियों का आचरण नहीं करता, केवल ब्रह्मचर्य का पालन करता है। उसके लिए भी कहा गया है कि वह देव ही बनता है।

प्रश्न 21 : कोई व्यक्ति परिस्थितिवश या अनिच्छापूर्वक ब्रह्मचर्य का पालन करता है। क्या ऐसे व्यक्ति को भी कुछ लाभ होता है?
उत्तर : परिस्थितिवश या अनिच्छापूर्वक ब्रह्मचर्य का पालन करने वालों के भी अकाम निर्जरा होती है और उनके भी 14,000 वर्ष स्थिति वाले देव होने का उल्लेख है।
(क्रमश:)