चातुर्मासिक मंगल प्रवेश

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चातुर्मासिक मंगल प्रवेश

विशाखापट्टनम
साध्वी त्रिशला कुमारी जी ने गुलाब रणजीत सेठिया के निवास स्थान से प्रस्थान कर तेरापंथ भवन में चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश हुआ। जुलूस में कन्या मंडल, किशोर मंडल, तेयुप, महिला मंडल, टीपीएफ, सभा आदि सभी श्रद्धालुगण मंगल प्रवेश के साक्षी बने।
साध्वीश्री जी का तेरापंथ भवन में चातुर्मासिक पावस प्रवास के स्वागत में महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण का संगान किया। महासभा के कार्यकारिणी सदस्य विमल कुंडलिया ने सभी साध्वीवृंद का संक्षिप्त परिचय दिया व मुनि ज्ञानेंद्र जी एवं मुनि प्रशांत जी का मंगल संदेश का वाचन किया। स्थानीय सभा के अध्यक्ष मनोज दुगड़, साध्वीवृंद, संपूर्ण श्रावक समाज व विजयनगरम से आए अतिथिगण का स्वागत किया।
महिला मंडल अध्यक्ष वंदना विनायकिया, तेयुप अध्यक्ष ॠषभ सुराना, टीपीएफ से गौतम पारेख
द्वारा साध्वीवृंद का स्वागत किया गया। कुसुम देवी सेठिया ने नातिलो परिवार की तरफ से मधुर गीतिका का संगान किया। साध्वीवृंद के स्वागत स्वरूप तेयुप, टीपीएफ, महिला मंडल की नव पीढ़ी ने अपनी भावांजलि प्रस्तुत की। विजयनगरम सभा के अध्यक्ष प्रवीण आंचलिया, कुसुम देवी छाजेड़ ने अपने विचार व्यक्‍त किए।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में सर्वप्रथम साध्वी रश्मिप्रभा जी ने कथा के माध्यम से बोध कराया व सुमधुर गीत का संगान किया। साध्वी कल्पयशा जी, साध्वी रश्मिप्रभा जी, साध्वी संप्रतिप्रभा जी ने नाटक के रूप में श्रावकों को आगामी चातुर्मास में तप, जप, हेतु जागृत किया। अग्रगण्य साध्वी त्रिशला कुमारी जी ने प्रवचन में विजयनगरम व विशाखापट्टनम के श्रावकों को चातुर्मास में संपूर्ण लाभ लेने को कहा। कार्यक्रम का संचालन मुकेश नाहटा ने किया।