प्रेक्षा दिवस कार्यशाला का आयोजन

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प्रेक्षा दिवस कार्यशाला का आयोजन

ठाणे
प्रेक्षा फाउंडेशन द्वारा निर्देशित प्रेक्षाध्यान कार्यशाला का आयोजन शासनश्री साध्वी जिनरेखा जी के सान्निध्य में किया गया। नवरात्र में नवाह्निक जप अनुष्ठान के साथ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। लगभग 35-40 प्रेक्षाध्यान प्रेमियों ने इसमें भाग लिया। प्रेक्षाध्यान प्रशिक्षकों ने ‘आत्मसाक्षात्कार’ गीतिका द्वारा मंगल शुरुआत की।
शासनश्री साध्वी जिनरेखा जी ने प्रेक्षाध्यान को संजीवन प्रयोग बताते हुए कहा कि धर्म में आ रही जड़ता को हटाने का कार्य प्रेक्षाध्यान करता है। अणुव्रत प्रेक्षाध्यान जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।
डोंबिवली से पधारे वरिष्ठ प्रेक्षा प्रशिक्षक विनोद राठौर ने नियमित किए जा सकने वाले शरीर के लिए आवश्यक योगिक क्रियाएँ, योगासन व प्राणायाम करवाए, साथ में ध्यान की उपयोगिता बताई। ठाणे की ही प्रेक्षा प्रशिक्षक मीना बाफना ने कायोत्सर्ग का प्रयोग करवाया।
दोपहर के सत्र में साध्वी मार्दवयशा जी ने वर्तमान युग में बढ़ते हुए तनाव के कारण तथा निवारण पर प्रकाश डाला। स्वास प्रेक्षा के साथ नमो सिद्धानम के ध्यान का प्रयोग प्रेक्षा प्रशिक्षिका प्रतिभा चोपड़ा ने करवाया।
कार्यक्रम का संचालन प्रेक्षा प्रशिक्षक सीमा सांखला ने किया। ध्यान पर कहानी प्रतियोगिता का आयोजन शिविर के साथ किया गया। जिसमें प्रथम स्थान चेतना बाफना, द्वितीय स्थान सुनीता बाफना तथा तृतीय स्थान ममता श्रीश्रीमाल का रहा। इसमें कुल 6 प्रतिभागी थे, जज विनोद राठौड़ तथा उपासिका सरला भूतोड़िया थे। तेरापंथी सभा-ठाणे तथा भिक्षु महाप्रज्ञ ट्रस्ट ठाने का महत्त्वपूर्ण सहयोग कार्यक्रम को सफल बनाने में रहा। इस शिविर में प्रेक्षावाहिनी के गठन की भी शुरुआत हुई।