ज्ञानशाला का वार्षिक उत्सव

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ज्ञानशाला का वार्षिक उत्सव

कांकरोली।
साध्वी मंजुयशा जी के सान्निध्य में कांकरोली तेरापंथ सभा की ओर से ‘कांकरोली ज्ञानशाला’ का वार्षिक उत्सव उत्साह के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि विकास परिषद के सदस्य पदमचंद पटावरी, अणुव्रत महासमिति के पूर्व अध्यक्ष अशोक डूंगरवाल, आंचलिक संयोजक मुकेश कोठारी, ज्ञानशाला प्रभारी बाबूलाल इंटोदिया, विकास मादरेचा, सुनील मारू आदि कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। तेयुप अध्यक्ष, तेममं अध्यक्षा भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का प्रारंभ ज्ञानशाला के बच्चों ने नमस्कार महामंत्र से किया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष प्रकाश सोनी ने समागत अतिथियों का स्वागत किया। ज्ञानशाला के बच्चों ने गीत का संगान किया। साध्वी मंजुयशा ने कहा कि ज्ञानशाला एक आध्यात्मिक ज्ञान एवं संस्कारों के शिलान्यास का सुंदर मंदिर है। जिसके माध्यम से बच्चों को जैन दर्शन, तत्त्वदर्शन एवं तेरापंथ दर्शन के ज्ञान के साथ-साथ बच्चों के सही जीवन निर्माण हो इसके लिए व्यवहारिक ज्ञान के संस्कार भी दिए जाते हैं। साध्वीश्री जी ने कहा कि संसार वाटिका का सुंदर फल हैµबालक। बालक का जीवन बहुत ही सहज, सरल एवं पवित्र होता है। वह कोरे कागज एवं मिट्टी के ढेले के समान होता है। उसे कोई योग्य चित्रकार या योग्य कुंभकार का योग मिल जाता है तो उसके जीवन का सही निर्माण हो जाता है, तो एक सुंदर पौधा बनकर भविष्य में फलदार वृक्ष भी बन जाता है।
ज्ञानशाला एक ऐसा उपक्रम है, जिसके द्वारा अच्छे जीवन का निर्माण होता है। साध्वीश्री ने सभी अभिभावकों को बच्चों को ज्ञानशाला में भेजने की सद्प्रेरणा देते हुए एक गीत प्रस्तुत करके सभी को भावविभोर कर दिया। इस अवसर पर साध्वी चिन्मयप्रभा जी ने विचारों की अभिव्यक्ति दी। पदमचंद पटावरी ने ज्ञानशाला की शुरुआत कैसे हुई, क्यों हुई इसके बारे में जानकारी दी। अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं को तेरापंथ सभा द्वारा सम्मानित किया गया। कई बच्चों को राष्ट्रीय ज्ञानशाला में श्रेष्ठ ज्ञानार्थी उत्तम ज्ञानशाला, शिशु संस्कार बोध में विशिष्ट स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को सभा द्वारा पुरस्कृत किया गया एवं कार्यक्रम में विशेष रूप से आमंत्रित अतिथियों का भी सभा की ओर से पचरंगी पट्टी एवं मोमेंटो द्वारा सम्मान किया गया। अंत में ज्ञानशाला प्रभारी बाबूलाल इंटोदिया ने तेरापंथ सभा एवं सभी के प्रति आभार एवं कृतज्ञता ज्ञापित की। मंगलाचरण से कार्यक्रम संपन्न हुआ।