त्रिदिवसीय प्रेक्षाध्यान कार्यशाला का शुभारंभ

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त्रिदिवसीय प्रेक्षाध्यान कार्यशाला का शुभारंभ

सूरत।
मुनि उदित कुमार जी के सान्निध्य में प्रेक्षा फाउंडेशन, सूरत के तत्त्वावधान में तेरापंथ भवन, सिटीलाइट में त्रिदिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ हुआ, जिसमें संभागियों को ध्यान, आसन, प्राणायाम, कायोत्सर्ग आदि का सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर मुनि उदित कुमार जी ने कहा कि प्रेक्षाध्यान आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी द्वारा प्रस्तुत अद्वितीय एवं अनुपम प्रविधि है। प्रेक्षाध्यान द्वारा भाव धारा में परिवर्तन होता है। प्रेक्षाध्यान दूसरों की नहीं स्वयं की गलतियों को देखने की कला सिखाता है। यह आत्मा के द्वारा आत्मा का दर्शन करने की अद्भुत प्रक्रिया है।
मुनिश्री ने आगे कहा कि प्रेक्षाध्यान के प्रयोगों को निरंतर करने की जरूरत है। उन्हें जीवनशैली का एक भाग बनाने की जरूरत है। मुनि अनंत कुमार जी ने जीवन विकास के विविध सूत्रों को विस्तार से समझाया। कार्यक्रम की मुख्य संचालिका एवं प्रेक्षा फाउंडेशन स्थानीय संयोजिका अलका सांखला ने आसन, प्राणायाम एवं यौगिक क्रियाओं का प्रशिक्षण दिया। संगीता भंसाली ने प्रेक्षाध्यान का सैद्धांतिक प्रशिक्षण दिया। निल्पा जैन ने ध्यान के एवं पुष्पा पोखरणा ने कायोत्सर्ग के प्रयोग करवाए। गौतम गादिया, प्रीति जैन, कमला भंसाली आदि ने प्रायोगिक प्रशिक्षण का निदर्शन किया। प्रेक्षा प्रशिक्षक अर्जुन मेड़तवाल ने स्वरचित मुक्तकों द्वारा प्रेक्षाध्यान की महत्ता समझाई। रेणु बैद, श्वेता रामपुरिया आदि के निर्देशन में प्रशिक्षिका बहनों ने उल्लेखनीय श्रम किया।