51 की तपस्या का किया प्रत्याख्यान

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51 की तपस्या का किया प्रत्याख्यान

कोटा।
साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में अणुव्रत भवन में तपस्विनी बहन पिंकी जैन के तपस्या के उपलक्ष्य में तेरापंथी सभा कोटा में अनुमोदना का कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम से पूर्व तपस्विनी बहन का भव्य बरघोड़ा निकाला गया। धरती-अंबर को गुंजायमान करने वाली शोभायात्रा जन-जन के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई। विराट जुलूस के साथ तपस्विनी बहन कार्यक्रम स्थल, अणुव्रत भवन में पहुँची।
साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि अंधकार से प्रकाश की यात्रा का नाम है-तपस्या। मृत्यु से अमरत्व की ओर बढ़ने वाले कदम का नाम है-तपस्या। असत्य से सत्य की ओर उठने वाली तरंग का नाम है-तपस्या। पिंकी जैन ने हमारी प्रेरणा को स्वीकार करा तप के महापथ पर गतिमान हुई और आज इक्यावन के तप का प्रत्याख्यान कर रही हैं। गुरुवर की दिव्य ऊर्जा, आत्मिक मनोबल, दृढ़-संकल्प बल एवं पारिवारिक जन के सहयोग से पिंकी इस मुकाम तक पहुँच गई है जो सोचा वह कर दिखलाया। तप के पथ पर बढ़े ये कदम हमेशा बढ़ते रहें। तुम अपने संकल्प बल से कीर्तिमान रचती रहना।
राजूलाल, संजय, नीरज का पूरा परिवार कोटा में साधुवाद का पात्र है, जिनके सहयोग से पिंकी ने कोटा में इतिहास रचाया है। साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी के संदेश का वाचन कोटा सभा के मंत्री धरमचंद जैन ने किया। साध्वी कर्णिकाश्री जी, साध्वी सुधाप्रभा जी, साध्वी समत्वयशा जी एवं साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने गीत का मधुर संगान किया।
सभाध्यक्ष संजय बोथरा, पूर्व अध्यक्ष रतनलाल जैन, महिला मंडल उषा बाफना, तेयुप मंत्री कमलेश जैन, टीपीएफ से आशीष जैन, अणुव्रत समिति के मंत्री भूपेंद्र जैन, जैन राष्ट्रीय पोरवाल संघ के अध्यक्ष छगन जैन, राष्ट्रीय पोरवाल महिला मंडल की मंत्री डॉ0 रेखा जैन, पोरवाल समाज इंदौर के भामाशाह हनुमान प्रसाद जैन, राजूलाल जैन ने अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। तेममं ने गीत का संगान किया।
ध्वनि, अक्षिता, मोहक ने अपनी मम्मी को तप की बधाई गीत के माध्यम से संप्रेषित की। बहन सुधा, मंजु, अर्चना, ज्योति ने भाभी नीमा-मिथलेश ने आयुषी, मानवी, नेहा ने गीत के माध्यम से अभ्यर्थना की। मंजु जैन ने अपने उद्गार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने किया।