भिक्षु चरमोत्सव के विविध आयोजन

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भिक्षु चरमोत्सव के विविध आयोजन

आमेट
साध्वी प्रांजलप्रभा जी के सान्निध्य में आचार्य भिक्षु चरमोत्सव एवं ‘एक शाम बाबा भिक्षु के नाम’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी रुचिप्रभाजी एवं साध्वी गौतम प्रभाजी की सुमधुर गीतिका द्वारा किया गया। साध्वी प्रांजलप्रभा जी ने कहा कि इतिहास बताता है लगभग 239 वर्ष पहले विक्रम संवत् 1783 आषाढ़ शुक्ल त्रयोदशी को कंटालिया की मरुधर धरा पर एक सूर्य उदित हुआ और दैदीप्यमान जीवन जीने का संदेश देकर विलिन हो गया। साध्वीश्री जी ने आचार्य भिक्षु के मनोवैज्ञानिक, आचारनिष्ठा एवं गुणग्राही व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए उनके कर्तृत्व की विस्तार से चर्चा की। इस आयोजन में संस्था के अध्यक्ष देवेंद्र मेहता, मंत्री ज्ञानेश्वर मेहता, तेयुप मंत्री विपुल पितलिया, महिला मंडल अध्यक्ष मीना गेलड़ा, मंत्री संगीता पामेचा, वयोवृद्ध श्रावक मूलचंद बोलिया, मिश्रीलाल गांधी, महेंद्र सियाल, मनोहर लाल पितलिया, सहित अनेक सदस्यों ने संघीय भजनों द्वारा बाबा भिक्षु की आराधना की। कार्यक्रम में अनेक गणमान्यजन एवं श्रावक-श्राविका समाज की उपस्थिति रही। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुकेश सुराणा का विशेष सहयोग रहा।