शासनश्री साध्वी रतनश्री जी के प्रति आध्यात्मिक उद्गार

शासनश्री साध्वी रतनश्री जी के प्रति आध्यात्मिक उद्गार

शासनश्री साध्वी रतनश्री जी तेरापंथ धर्मसंघ की एक विशिष्ट साध्वी थी। आप एक आचारनिष्ठ, गुरुनिष्ठ, गणनिष्ठ, मर्यादा निष्ठ एवं आगमनिष्ठ आदर्श जीवन जीने वाली महाशक्ति थी। आप एक दबंग विनम्र विदुषी और शासन के संस्कारों से श्री संपन्न साध्वी थी। Peaceful, Powerful mind, Positive mind से आपने धर्मसंघ की गरिमा में चार चाँद लगा दिए। दूर देशों की यात्राओं से आत्मकल्याण, जन-कल्याण का संदेश आपने जन-जन को प्रदान किया।
आपने अंतिम समय में संथारा संलेखना से अंतिम मनोरथ को सफल बनाया। अहमदाबाद की गरिमा को शिखरों चढ़ा दिया। तेरापंथ शासन में सुयश शंख बजा दिया। अपनी जन्मभूमि लाडनूं का नाम अमर कर दिखाया। साध्वी रमावती जी, साध्वी हिमश्री जी, साध्वी मुक्तियशा जी, साध्वी चैतन्ययशा जी ने सेवा का भरपूर लाभ लिया। आपको चित्त समाधि देते हुए गुरु कृपा से आशीर्वाद प्राप्त किया है। हमने अहमदाबाद प्रवास में शासनश्री जी की कृपा वत्सलता को प्राप्त किया। शासनश्री जी की दिवंगत आत्मा मोक्षगामी बने। आध्यात्मिक विकास की मंगलकामना।