भारत के 69वें और पंजाब के प्रथम आचार्य तुलसी डायग्नोस्टिक सेंटर का भव्य शुभारंभ

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भारत के 69वें और पंजाब के प्रथम आचार्य तुलसी डायग्नोस्टिक सेंटर का भव्य शुभारंभ

सुनाम
उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनि कमल कुमार जी के सान्निध्य में एवं अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के उपाध्यक्ष-प्रथम रमेश डागा की अध्यक्षता में एटीडीसी का लोकार्पण तेरापंथ भवन इंदिरा बस्ती में किया गया।
कार्यक्रम का प्रारंभ नमस्कार महामंत्र एवं विजय गीत से किया गया। मुनि कमल कुमार जी ने कहा कि यह लौकिक कार्य है। जैन-अजैन सबके लिए उपयोगी कार्य है। तेयुप के अथक प्रयास और तेरापंथ सभा, महिला मंडल के सहयोग से यह कार्य होने जा रहा है, इस कार्य के लिए डूंगरगढ़ निवासी, कोलकाता प्रवासी भीखमचंद पुगलिया का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। स्थानीय लोगों ने भी अपना सहयोग कर इसको सुचारु रूप से तैयार किया है, इस कार्यक्रम में अभातेयुप के 3 पदाधिकारी एवं 6 सदस्य सहभागी बने। रमेश डागा, पवन मांडोत, भरत मरलेचा, पवन नवलखा, देवेंद्र डागा, अनुज जैन, महावीर सेठिया, अरुण जैन, अरिहंत जैन सभी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में पंजाब प्रांतीय सभा के अध्यक्ष केवल कृष्ण जैन, भरत मरलेचा, पवन मांडोत, रमेश डागा ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन अरिहंज जैन ने किया एवं आभार ज्ञापन सुमित जैन ने किया। कार्यक्रम में चतुर्भुजी जैन हुकूमत जैन रामस्वरूप जैन, राजन जैन, सुरेश जैन, राम जैन, गोरा लाल जैन, प्रेम जैन, महेंद्र जैन, सुरेंद्र जैन, रविंद्र जैन, सुरेश जैन, देवेंद्र जैन, दिनेश जैन, डॉ0 नरेश, डॉ0 मंजु सहित अनेक भाई-बहनों ने भाग लिया।
मुनिश्री ने कार्यक्रम से पूर्व नवरात्रि का अनुष्ठान करवाया एवं मुनि नमि कुमार जी ने 28 दिन का प्रत्याख्यान किया। मुनि नमि कुमार जी ने कुछ दिन पूर्व 34 दिन की तपस्या सानंद संपन्न की। मुनिश्री की तपस्या सभी के लिए अनुमोदनीय एवं प्रशंसनीय है। मुनिश्री ने अग्रसेन जयंती एवं अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के प्रारंभ में अपने उद्गार व्यक्त किए। एटीडीसी का लोकार्पण जैन संस्कार विधि से किया गया।
अरुण जैन के मार्गदर्शन में जैन संस्कार विधि कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें 14 भाई-बहनों ने भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में गौरव जैन, संदीप जैन, हितेश जैन, विनय जैन, अंकित जैन, रूपेश जैन, लकी जैन, रवि जैन आदि का विशेष सहयोग रहा।