तेयुप के विविध कार्यक्रमों के आयोजन

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तेयुप के विविध कार्यक्रमों के आयोजन

कांटाबाजी
मुनि प्रशांत कुमार जी के सान्निध्य में तेयुप के तत्त्वावधान में ‘मोक्ष की सीढ़ी चंडकौशिक का डंक’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा कि मोक्ष पहुँचने के लिए जीवन में साधना की अपेक्षा होती है। गृहस्थ जीवन में रहते हुए भी साधु की तरह जीवन जी सकते हैं। जहाँ जीवन सम्यक् होता है वहाँ अपराध अपने आप कम हो जाते हैं। यही धर्म का सार होता है। साधना करके कितने ही जीवों ने मुक्ति को प्राप्त किया। मोक्ष जाने के लिए पुरुषार्थ एवं भाग्य दोनों अपेक्षित है।
मुनि कुमुद कुमार जी के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम पाँच राउंड में चला। जिसमें भगवान ऋषभ, भगवान महावीर स्वामी, जैन धर्म एवं सामान्य ज्ञान का उपक्रम चला। सामायिक, स्वाध्याय, वाणी संयम, जप, ध्यान, खाद्य संयम पर अपने विचारों की प्रस्तुति देने के साथ गीत का संगान किया। सिद्ध ग्रुप, उपाध्याय ग्रुप एवं मुनि ग्रुप विजेता रहे। प्रतिभागियों से विविध रूप से जानकारी प्राप्त की गई। आचार्य ग्रुप के मोक्ष पहुँचने में बाधक बना चंडकौशिक जिसे माला के मोती एवं गणधरों ने सहारा बनकर बचा लिया। मुनि कुमुद कुमार जी एवं गौरव विमल जैन ने कार्यक्रम का संचालन किया। तेयुप उपाध्यक्ष दीपक जैन ने कार्यक्रम की उपयोगिता को उजागर किया। स्कोर बोर्ड की भूमिका का निर्वाहन करते हुए ऋषभ जैन ने सभी का मूल्यांकन किया। समय प्रबंधन की भूमिका दीपक जैन ने पूर्ण की। आभार ज्ञापन मयंक जैन ने किया। कन्या मंडल के मंगलाचरण से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।