अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के 56वें राष्ट्रीय अधिवेशन का हुआ भव्य आयोजन

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अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के 56वें राष्ट्रीय अधिवेशन का हुआ भव्य आयोजन

देशभर की 150 शाखा परिषदों से 800 से अधिक युवाओं की सहभागिता
लाडनूं।
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के 56वें राष्ट्रीय अधिवेशन का भव्य आयोजन दिनांक 23-24-25 अक्टूबर, 2022 को छापर एवं लाडनूं में हुआ। शासनश्री मुनि विजय कुमार जी के मंगलपाठ एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा द्वारा जैन ध्वजारोहण के साथ अधिवेशन का आगाज जुआ। सुधर्मा सभा में आयोजित उद्घाटन सत्र का शुभारंभ विजय गीत के सामुहिक संगान के साथ मंगलाचरण हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष किशनलाल डागलिया ने श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा ने त्रिदिवसीय अधिवेशन के शुभारंभ की घोषणा करते हुए देशभर की शाखा परिषदों से उपस्थित साथियों का स्वागत किया। उन्होंने अपने वक्तव्य का प्रारंभ एक मधुर गीत की चार पंक्तियों के साथ किया। उन्होंने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ की युवाशक्ति गुरु के आशीर्वाद से कठिन से कठिन कार्य को भी आसानी से पूरा कर सकते हैं। 17 सितंबर, 2022 को मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के माध्यम से अभातेयुप की युवाशक्ति ने अपने संकल्प बल के साथ इतिहास रच दिया। 355 शाखा परिषदों के 50 हजार साथी जब एक निर्देश, एक संकल्प के साथ आगे बढ़ते हैं तो इतिहास बनाते हैं। जब गुरु की एक नजर हमारे युवा पर पड़ जाती है तो उसके कार्य करने की क्षमता 100 गुना बढ़ जाती है। युवाओं को परिवार, व्यापार, समाज सभी का दायित्व समन्वय के साथ निभाते हुए आगे बढ़ना है।
महामंत्री पवन मांडोत ने कहा कि यह भूमि आचार्यों की ऊर्जा से ओत-प्रोत है। उन्होंने कार्यकाल के एक वर्ष का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए अभातेयुप के विभिन्न आध्यात्मिक और सामाजिक आयामों की संक्षिप्त अवगति दी। सहमंत्री-प्रथम एवं अधिवेशन संयोजक अनंत बागरेचा ने संयोजकीय वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए उपस्थित सभी साथियों का स्वागत किया। यह वही स्थल और वही मंच है, जहाँ से उद्बोधन प्रदान कर आचार्य तुलसी, आचार्य महाप्रज्ञ जी और आचार्यश्री महाश्रमण जी ने कितने लोगों के जीवन को बदला है। उन्होंने अधिवेशन की व्यवस्थाओं में रही कोई कमी के लिए सबसे बारंबार खमतखामणा किया।
डॉ0 समणी कुसुमप्रज्ञा जी ने पावन पाथेय प्रदानक रते हुए कहा कि युवक की तीन विशेषताएँ होती हैंµ(1) गति में चरण, (2) तेजोमय नयन, (3) आस्था में अंतःकरण। आचार्यश्री तुलसी कहते थे कि युवा शक्ति वह होती है जो हर चुनौती को अपने हाथ में ले सके। जीवन में यदि ज्ञान और श्रद्धा का चयन करना हो तो पहले श्रद्धा का चयन करना चाहिए। यदि श्रद्धा नहीं है तो ज्ञान के होने पर भी जीवन अंधकार में है।
उद्बोधन प्रदान करते हुए मुनि विजय कुमार जी ने कहा कि युवकों के पास भी एक शक्ति है, ऊर्जा है। उस ऊर्जा का उपयोग वे किस रूप में करते हैं, वह उन पर निर्भर करता है। ऊर्जा का उपयोग निर्माण में भी हो सकता है और ध्वंस में भी हो सकता है। हमारा सौभाग्य है कि हमें महान गुरुओं का सान्निध्य प्राप्त हुआ है कि वे शक्तियों का सही उपयोग करना हमें सिखाते हैं। प्रथम सत्र का आभार ज्ञापन अधिवेशन के सह-संयोजक विकास बोथरा ने किया एवं संचालन महामंत्री पवन मांडोत ने किया।
द्वितीय सत्र के शुभारंभ में तेरापंथ किशोर मंडल के राष्ट्रीय सहप्रभारी मयंक धाकड़ एवं किशोर मंडल टीम से अरविंद पोखरणा ने फनप्रवजीवद के अंतर्गत जैन दर्शन एवं तेरापंथ की सामान्य ज्ञानवर्धक ऑनलाइन रोचक क्विज करवाई, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित उपस्थित युवाओं ने उत्साह के साथ भाग लिया।
तेरापंथ टास्क फोर्स के सक्रिय कार्यकर्ता जय चोरड़िया ने मुख्य वक्ता मोटिवेशनल स्प्ीकर डॉ0 नंदीतेश निलय का परिचय प्रस्तुत किया। मोटिवेशनल स्पीकर डॉ0 नंदीतेश निलय ने अधिवेशन की थीम ‘कर हर मैदान फतेह’ पर युवाओं को संबोधित करते हुए जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए सफलता प्राप्त कर मैदान फतेह करने के सूत्र बताए। उन्होंने उपस्थित युवाओं की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। वर्ष 2021-2022 के दौरान विभिन्न आयामों में विशिष्ट कार्य करने वाली शाखा परिषदों को सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पदाधिकारीगण ने विभिन्न आयामों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली शाखा परिषदों को मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया।
उपाध्यक्ष-प्रथम रमेश डागा एवं संगठन मंत्री श्रेयांस कोठारी ने अपने विचार व्यक्त किए। द्वितीय सत्र का आभार ज्ञापन कार्यसमिति सदस्य मनीष पटावरी ने किया। सत्र का संचालन कॉन्फिडेंट पब्लिक स्पीकिंग के राष्ट्रीय प्रभारी सतीश पोरवाड़ एवं आचार्य तुलसी जैन हॉस्टल के राष्ट्रीय प्रभारी नरेश चपलोत ने किया।
तृतीय सत्र के प्रारंभ में सहमंत्री-द्वितीय भूपेश कोठारी और कोषाध्यक्ष भरत मरलेचा ने अपने भाव प्रकट किए। उसके पश्चात आयोजित ‘स्वर संगम’ भक्ति संध्या में समधुर संगायक निलेश बाफना एवं संगायिका अभिलाषा बांठिया ने अपनी मधुर भक्तिमय स्वर लहरियों से सभी युवाओं को भक्ति में सराबोर कर दिया। तृतीय सत्र का आभार ज्ञापन क्षेत्रीय सहयोगी अनुज जैन एवं संचालन कार्यसमिति सदस्य लक्की कोठारी, सुनील चंडालिया तथा क्षेत्रीय सहयोगी प्रसन्न पामेचा ने किया।
दिनांक 24 सितंबर, 2022 का प्रथम सत्र छापर में परमपूज्य आचार्यश्री महाश्रमण जी के सान्निध्य में आयोजित हुआ। अपने-अपने प्रदेश की संस्कृति के अनुरूप परिधानों में सजे युवक एक भव्य रैली के साथ जब पूज्य चरणों में पहुँचे तो प्रवचन पंडाल ‘जय-जय जयोति चरण - जय-जय महाश्रमण’ के उद्घोष से गूँज उठा।
मुख्य प्रवचन में मंत्रीय कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा ने अपने भाव व्यक्त किए। राष्ट्रीय महामंत्री पवन मांडोत ने वर्ष भर का विवरण पूज्य चरणों में प्रस्तुत किया। आचार्यप्रवर ने युवा शक्ति को पावन उद्बोधन प्रदान कर युवा शक्ति में ऊर्जा का संचरण किया। साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी, मुख्य मुनि महावीर कुमार जी, साध्वीवर्या सम्बुद्धयशा जी, अभातेयुप आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनि योगेश कुमार जी ने भी युवा शक्ति को संबोधित किया।
आचार्यश्री के मंगल आशीर्वाद के उपरांत अभातेयुप के इस वर्ष हुए विभन्न कार्यों के सहयोगीगण तथा 56वें राष्ट्रीय अधिवेशन के प्रायोजकगण के सम्मान का कार्यक्रम भी रहा। अधिवेशन के अवसर पर तेरापंथ युवक परिषद, छापर के संगठन मंत्री आलोक नाहटा ने आचार्यश्री से 13 की तपस्या का प्रत्याख्यान कर तप की विशेष भेंट गुरु चरणों में समर्पित कर युवाओं को एक प्रेरक संदेश दिया। द्वितीय सत्र के कार्यक्रम में उपाध्यक्ष-द्वितीय जयेश मेहता ने अपने विचार व्यक्त किए। तेरापंथ टास्क फोर्स के प्रशिक्षकगण के सम्मान का कार्यक्रम रखा गया। इस सत्र में विशेष रूप से उपस्थित प्रसिद्ध भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ी, स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझड़िया ने अपने व्यक्तिगत जीवन का उदाहरण देते हुए कहा कि शारीरिक अक्षमता व्यक्ति के संकल्प के सामने उसको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती। उन्होंने युवाओं को चुनौतियों का सामना करते हुए दृढ़-संकल्प के साथ जीवन के हर क्षेत्र में विकास करने की प्रेरणा दी। सत्र का संयोजन कार्यसमिति सदस्य दिनेश मरोठी ने किया।
शनिवारीय सामायिक का क्रम आचार्य तुलसी स्मारक में रखा गया। व्यक्तित्व विकास कार्यशाला के राष्ट्रीय प्रभारी दिनेश बुरड़ ने संयोजन किया। रात्रिकालीन सत्र के अंतर्गत अभातेयुप की वार्षिक साधारण सभा आयोजित हुई। दिनांक 25 सितंबर, 2022 का प्रातःकालीन प्रेक्षाध्यान एवं योगा सत्र आचार्य तुलसी इंटरनेशनल प्रेक्षा मेडिटेशन हॉल के प्रांगण में ‘हिट युवा-फिट युवा’ आयाम के अंतर्गत आयोजित हुआ। समणी नियोजिका अमलप्रज्ञा जी ने प्रेक्षाध्यान के प्रयोग करवाए।
सुधर्मा सभा में आयोजित द्वितीय सत्र में मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव 2022 के प्रायोजकगण, सहयोगीगण, विशिष्ट कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं तथा सेवा, संस्कार और संगठन के क्षेत्र में विशेष कार्य श्रेष्ठ और विशिष्ट शाखा परिषदों को सम्मानित किया गया। सत्र का संचालन एवं सभी के प्रति आभार ज्ञापन महामंत्री पवन मांडोत ने किया।
अधिवेशन के प्रायोजक के रूप में सुरेंद्र कुमार चोरड़िया, मनोज कुमार लुनिया, जीवनमल जैन, कन्हैयालाल विकास कुमार बोथरा, करनेश सेठिया एवं सुरेंद्र-प्रीति घोषल का सहयोग प्राप्त हुआ। अधिवेशन में समागत युवाओं की आवास, भोजन, आयोजन आदि व्यवस्थाओं में जैन विश्व भारती के अध्यक्ष मनोज लुनिया के नेतृत्व में सभी कार्यरत कर्मियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ। आवास की अन्य व्यवस्थाओं में रोहिणी भवन के लिए अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा नीलम सेठिया, आचार्य तुलसी भवन के लिए तेरापंथी सभा-लाडनूं के अध्यक्ष प्रकाशचंद बैद, हरियाणा भवन के लिए हरियाणा प्रांतीय तेरापंथी सभा के अध्यक्ष मक्खनलाल गोयल आदि का पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ। अभातेयुप के सहमंत्री एवं अधिवेशन संयोजक अनंत बागरेचा, कार्यसमिति सदस्य एवं सह-संयोजक विकास बोथरा के कुशल निर्देशन में अभातेयुप टीम ने विभिन्न व्यवस्थाओं के नियोजन में निष्ठापूर्ण श्रम किया। अभातेयुप लाडनूं कार्यालय टीम का पूर्ण सहयोग रहा।