आत्म उत्थान का अनुपम अनुष्ठान है-सामायिक

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आत्म उत्थान का अनुपम अनुष्ठान है-सामायिक

सरदारपुरा
शासनश्री साध्वी, सत्यवती जी के सान्निध्य में अमरनगर स्थित तेरापंथ भवन में व साध्वी जिनबाला जी के सान्निध्य में तातेड गेस्ट हाऊस सरदारपुरा में तेयुप द्वारा सामायिक दिवस के रूप में मनाया गया। परिषद अध्यक्ष महावीर चौधरी ने वक्तव्य दिया। इस अवसर पर तेरापंथ भवन अमरनगर में सामायिक विषय पर साध्वी सत्यवती जी ने कहा कि जैन धर्म में सामायिक का विशेष महत्त्व माना जाता है। सामायिक को समता की साधना और आत्मा को निर्मल करने का महत्त्वपूर्ण उपक्रम बताया गया है। साध्वी शशिप्रज्ञा जी ने सामायिक में दिशा, उपकरण आदि की जानकारी दी। संचालन सभी मंत्री महावीर चोपड़ा ने किया।
मेघराज तातेड़ भवन में साध्वी जिनबाला जी ने कहा आज सामायिक दिवस समता की साधना को उद्धत करने वाला है। सामायिक में सावद्य योग का प्रत्याख्यान किया जाता है सावद्य योग का अर्थ है पापकारी प्रवृत्ति। सामायिक के द्वारा कर्म आगमन के मार्ग को रोक दिया जाता है, और सामायिक में जो स्वाध्याय, जप किया जाता है उससे कर्मों की निर्जरा होती है। साध्वी करुणाप्रभा जी ने भगवान महावीर की भव परंपरा को आगे बढ़ाते हुए विश्वभूति के भव का वर्णन किया। साध्वी महकप्रभा जी ने साामयिक गीत का संगान किया। संचालन मानवी सालेचा ने किया। तेयुप मंत्री निर्मल छल्लाणी ने बताया कि दोनों ही आयोजन स्थल पर तेरपंथी सभा सरदारपुरा, महिला मंडल, युवक परिषद, अणुव्रत समिति और प्रोफेशनल फोरम सदस्यों ने गणवेश में उपस्थित होकर सामायिक की आराधना की।