रक्षाबंधन कार्यशाला के आयोजन

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रक्षाबंधन कार्यशाला के आयोजन

बैंगलोर, गांधीनगर
तेरापंथ भवन में मुनि अर्हत कुमार जी ने कहा कि आत्मा का त्राण व प्राण है रक्षाबंधन सांस्कृतिक मूल्यों से सराबोर भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का हिमायती, भारतीय पर्व त्योहार में जाना पहचाना नाम हैµरक्षाबंधन। बहनों द्वारा भाइयों की कलाइयों को रक्षा कवच से सजाने वाला यह त्योहार पारस्परिक स्नेह, सम्मान और विश्वास की संपुष्टि करने वाला पर्व है। युवा मुनि भरत कुमार जी ने कहा कि पर्व हमें नई प्रेरणा देने वाला है, रक्षाबंधन से हमें आत्मरक्षा की प्रेरणा प्राप्त करनी चाहिए। बालसंत मुनि जयदीप कुमार जी ने संघ प्रभावना की प्रेरणा दी। द्वितीय सत्र में जप अनुष्ठान का कार्यक्रम रखा गया। मुनिश्री ने कहा कि अनुष्ठान से शक्ति, सामर्थ्य व आत्मा का कल्याण होता है। जप अनुष्ठान में विक्रम दुगड़ व अरविंद जैन ने मंत्रोच्चार किया।