चातुर्मासिक मंगल प्रवेश के आयोजन

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चातुर्मासिक मंगल प्रवेश के आयोजन

शाहदरा, दिल्ली
शासनश्री साध्वी रतनश्री जी योजना विहार भंसाली भवन से विहार करके विशाल जुलूस के साथ ओसवाल भवन, विवेक विहार में चातुर्मासिक प्रवास के लिए पधारी। शासनश्री साध्वी रतनश्री जी ने कहा कि आचार्यश्री महाश्रमण जी ने इस वर्ष गांधीनगर और शाहदरा दोनों के बीच एक चातुर्मास प्रदान किया है। दोनों क्षेत्रों की जनता को कंधे-से कंधा मिलाकर शासन प्रभावना के कार्यों को उत्त्साह के साथ करना है। आप लोगों ने जो हमारा स्वागत किया वह स्वागत हमारा नहीं तेरापंथ धर्मसंघ का है। आचार्यश्री महाश्रमण जी का है। उनकी कृपा-आशीर्वाद से हमारा चातुर्मास प्रवास सफल रहे। ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है।
कार्यक्रम का शुभारंभ महिला मंडल के संगान के साथ हुआ। कार्यक्रम में दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल पधारे। आपने कहा कि आज चातुर्मास की परंपरा केवल जैन समाज में विद्यमान है, अन्य समाजों में यह परंपरा विछिन्न हो गई। मैंने आचार्यश्री महाश्रमण जी की उच्च कोटिक की साधना का प्रभाव दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में कुछेक राजनेताओं की वीडियो के माध्यम से शुभकामनाएँ प्रेषण में देखा। मुझे यह सब देखकर अत्यंत प्रसन्नता की अनुभूति हुई। आज भी भारतीय संस्कृति में त्याग और संयम की पूजा हैं
शासनश्री साध्वी सुव्रता जी, शासनश्री साध्वी सुमनप्रभाजी, साध्वी चिन्तनप्रभाजी, साध्वी कार्तिकप्रभाजी ने वक्तव्य एवं गीत के द्वारा चातुर्मासिक करणीय कार्यों के लिए प्रेरणा प्रदान की। कार्यक्रम में तेरापंथी महासभा के प्रभारी मन्नालाल बैद, शाहदरा सभाध्यक्ष पन्नालाल बैद, गांधीनगर सभाध्यक्ष कमल गांधी, ओसवाल समाज के अध्यक्ष बाबूलाल दुगड़ अणुव्रत समिति अध्यक्ष शांतिलाल पटावरी, तेयुप एवं महिला मंडल, ज्ञानशाला, कन्या मंडल आदि की उपस्थिति रही। शाहदरा सभा मंत्री आनंद बुच्चा ने कार्यक्रम का संचालन किया।