विद्या नगरी में आचार्य तुलसी जैन हॉस्टल का लोकार्पण

संस्थाएं

विद्या नगरी में आचार्य तुलसी जैन हॉस्टल का लोकार्पण

तेयुप शपथ ग्रहण-मंत्र दीक्षा-वीतराग पथ कार्यशाला

कोटा।
अभातेयुप के तत्त्वावधान में साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में कोटा, तेयुप द्वारा अणुव्रत भवन में वीतराग पथ कार्यशाला, मंत्र दीक्षा, तेयुप शपथ ग्रहण एवं आचार्य तुलसी जैन हॉस्टल के लोकार्पण का कार्यक्रम संपादित हुआ। साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि आज कोटा तेयुप ने एक साथ चार कार्यक्रमों की संयोजन कर कार्यक्रमों का चौका लगाया है। अब चौका नहीं जीवन में संयम का छक्का लगाने की तैयारी करनी है। उसके लिए संस्कारों के संवर्धन की आवश्यकता है, ज्ञानशाला संस्कारों के संवर्धन की कार्यशाला है। संयम के बीजों का वपन बचपन में ही हो सकता है। बचपन में वपित बीज पल्लवित व पुष्पित होकर वटवृक्ष बनकर सबको शीतल छाया प्रदान कर सकते हैं। अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा ने नव मनोनीत अध्यक्ष आनंद दुगड़ को अध्यक्ष पद की शथ दिलाई एवं आनंद ने अपनी पूरी टीम व कार्यकारिणी सदस्यों को शपथ दिलवाई।

आचार्य तुलसी जैन हॉस्टल का लोकार्पण

साध्वीश्री जी ने कहा कि कोटा जैसी छोटी-सी परिषद ने हॉस्टल का काम कर अभातेयुप के इतिहास में स्वर्णिम आलेख लिखा है। आचार्य तुलसी के नाम से बना यह हॉस्टल विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने का भी काम करें। आनंद दुगड़, तेयुप टीम अरुणेश कांठेड़ व विनय दुगड़ का श्रम मुखर हुआ है। उनके सम्यक् श्रम की निष्पत्ति है हॉस्टल का लोकार्पण।
हॉस्टल परिसर में जैन संस्कार विधि से लोकार्पण हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा ने कहा कि साध्वी अणिमाश्री जी को मैं हमारे धर्मसंघ की ऋतंभरा कह सकता हूँ। आपकी विशिष्ट प्रवचनशैली ने जन-जन को दिशा बोध दिया है। आपने अनेक कार्यकर्ताओं का निर्माण कर तेयुप को मजबूती प्रदान की है। आपके सान्निध्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की विशिष्ट गरिमा होती है।
पंकज डागा ने कहा कि वीतराग पथ कार्यशाला संयम के तीन संस्कारों के पल्लवन का महत्त्वपूर्ण उपक्रम हैµघर-परिवार में अगर कोई बालक या बालिका संयम पथ पर अग्रसर होने की भावना रखे तो उन्हें सहयोग दें, आज सब कुछ हो और संस्कार नहीं हो तो जीवन बेकार हो जाएगा। बच्चों की जीवन बगिया में संस्कारों का पानी निरंतर मिलता रहे, इसके लिए अपने बच्चों को ज्ञानशाला में जरूर भेजें। उन्होंने कहा कि मंत्र दीक्षा अध्यात्म के संस्कारों की दीक्षा है। कोटा तेयुप ने स्वल्प समय में आचार्य तुलसी जैन हॉस्टल का बड़ा काम किया है। कोटा में संभावना और ज्यादा है।
राष्ट्रीय महामंत्री पवन मांडोत ने कहा कि अभातेयुप के इक्कीसवें अध्यक्ष को पूज्यप्रवर द्वारा इक्कीसवें आयाम द्वारा मुमुक्षु तैयार करने का कार्यभार प्राप्त हुआ है। इसलिए तेयुप वीतराग पथ कार्यशालाओं का आयोजन कर रही है। हर व्यक्ति को वीतराग पथ की जानकारी हो एवं निष्पत्ति भी आए। हॉस्टल निर्माण के लिए कोटा, तेयुप को बधाई दी।
साध्वी कर्णिकाश्री जी ने कहा कि सबसे कठिन काम है अपनी पहचान बनाना। हम स्वयं के द्वारा अपनी पहचान बनाएँ।
साध्वी सुधाप्रभाजी ने मंच संचालन करते हुए कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ की गौरवशाली संस्था ने अपनी शाखा परिषदों के माध्यम से संघ के गौरव को अभिवर्धित किया है। साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने कहा कि आज के बालक कल के समाज व राष्ट्र के कर्णधार बनेंगे इनको संस्कारित करना पूरे परिवार के भविष्य को उज्ज्वल बनाना है। साध्वीवृंद ने सुमधुर गीत का संगान किया। हॉस्टल के राष्ट्रीय प्रभारी नरेश चपलोत, कोटा, तेयुप प्रभारी विपिन पितलिया ने भावों की प्रस्तुति दी। युवक रत्न राजेंद्र सेठिया ने विचार रखे। तेयुप अध्यक्ष आनंद दुगड़ ने स्वागत भाषण दिया। सभा अध्यक्ष संजय बोथरा ने विचार रखे। अरुणेश कांठेड़ ने हॉस्टल के बारे में बताया। शशि, पूर्वा एवं शीतल सुराणा ने मुनि अनाथी की नाटिका प्रस्तुत की। आभार ज्ञापन मंत्री कमलेश जैन ने किया। सभा द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया।