प्रेक्षाध्यान से पाएँ मोक्ष नगर का मार्ग

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प्रेक्षाध्यान से पाएँ मोक्ष नगर का मार्ग

भीलवाड़ा।
तेरापंथ भवन, नागौरी गार्डन में डॉ0 साध्वी परमयशाजी के सान्निध्य में ‘प्रेक्षाध्यान कार्यशाला’ का समायोजन हुआ। डॉ0 साध्वी परमयशाजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि make faiteful बनें, क्रोध विजय से। जब भी बाहर से आएँ तो बाह्य परिवेश की चींख-चिल्लाहट, टनटनाहट, झनझनाहट को रद्दी कागज की तरह डस्टबिन में डाल दें। शांति संपन्नता का राज, श्री संपन्नता का खजाना, धृति संपन्नता का साम्राज्य, आनंद संपन्नता की जीवनशैली हम श्वास प्रेक्षा के द्वारा पा सकते हैं। प्रसन्नता का प्रोटीन, विनम्रता का विटामिन, कार्यकुशलता का कार्बोहाइड्रेट, खुशमिजाज मूड का खनिजलवण, मृदुता के मिनरल्स और वात्सल्य की वसा प्रत्येक मानव के साथ रहे।
प्रेक्षावाहिनी की बहनों ने प्रेक्षागीत के द्वारा मंगलाचरण किया। अनिता हिरण ने उपस्थित जनमेदिनी को त्रिपदी वंदना करवाई। साध्वीवृंद ने प्रेक्षाध्यान गीत की प्रस्तुति दी। डॉ0 साध्वी परमयशाजी ने प्रेक्षाध्यान करवाकर भीतर की ओर का साक्षात्कार करवाया। विमला रांका ने कार्यक्रम का संचालन किया। जेठमल चौधरी ने सभी का आभार ज्ञापित किया।