गुरु कृपा से मिलती है-मुक्ति की मंजिल कार्यशाला का आयोजन

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गुरु कृपा से मिलती है-मुक्ति की मंजिल कार्यशाला का आयोजन

गांधीनगर, बैंगलोर।
हर व्यक्ति अपना जीवन जी रहा है, लेकिन उस जीवन को सही दिशा दिखाने वाले होते है-गुरु। गुरु जीवन के मार्गदर्शक पथ-दर्शक एवं प्रकाश स्तंभ होते हैं। गुरु के बिना जीवन का शुभारंभ नहीं होता। मुनि रश्मि कुमार जी ने कहा कि गुरु की करुणा ही मुक्तिदायक होती है। उनकी कृपा पाकर शिष्य अपने मनोरथ को सफल कर सकता है।मुनि कृपारत्न सागर ने कहा कि साधना की सिद्धि के लिए गुरु की परम आवश्यकता होती है। वही मुक्ति का मार्ग दिखाने वाले होते हैं। मुनि भरत कुमार जी ने कहा कि गुरु की करुणा से मिलती है मुक्ति की मंजिल। मुनि जयदीप कुमार जी ने कहा कि गुरु जीवन का आधार है, गुरु जीवन के कर्णधार हैं। कार्यक्रम में ज्ञानशाला प्रशिक्षिका बहनों ने प्रस्तुति दी।, मदुरै, तेममं ने रोचक झाँकी दिखाई।
कार्यक्रम में तेरापंथ सभा अध्यक्ष कमल दुगड़, निधि चावत जयंती जीरावला, ईश शरण, चंद्रेश लोढ़ा, झुमरमल बाफना, प्रकाश जोगड़, अशोक जीरावला, मानकचंद मूथा, बजरंग बोरावत व मंगलचंद मूथा आदि ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन मुनि भरत कुमार जी व नवनीत मूथा ने किया।