तेरापंथ स्थापना दिवस के विविध आयोजन

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तेरापंथ स्थापना दिवस के विविध आयोजन

शाहदरा, दिल्ली
शासनश्री साध्वी रतनश्री जी के सान्निध्य में स्थापना दिवस आयोजित किया गया। शासनश्री साध्वी रतनश्री जी ने कहा कि आचार्य भिक्षु के केलवा की अंधेरी ओरी में शनिवार की सायं तेले की तप अनुष्ठान के साथ तेरापंथ की पुण्य स्थापना की। 13 संतों की संख्या साथ में थी जो आज 700 की संख्या में है। 13 श्रावकों की संख्या आज लाखों में है। यह उनके तपोमय आभावलय का प्रभाव है।
शासनश्री साध्वी सुमनप्रभाजी ने उनके यशस्वी कर्तृत्व और तेजस्वी नेतृत्व के संदर्भ में अवगति दी। साध्वी कार्तिकप्रभाजी ने इस वसुंधरा को धन्यातिधन्या बताया, जहाँ भिक्षु जैसे रत्न पैदा हुए। साध्वी चिंतनप्रभाजी ने कहा कि उनका ज्ञानाचार, दर्शनाचार, चारित्राचार, तपाचार एवं वीर्याचार प्रकृष्टता लिए हुए था। इसी क्रम में ओसवाल समाज के अध्यक्ष बाबूलाल दुगड़, दिल्ली ज्ञानशाला के संयोजक अशोक बैद, शाहदरा सभा के पूर्व अध्यक्ष भानुप्रकाश बरड़िया, गांधीनगर सभा के अध्यक्ष कमल गांधी, तेममं दिल्ली सहमंत्री सरला बैद ने महामना भिक्षु के चरणों में भावों से श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम का संचालन शाहदरा, सभा के पूर्व मंत्री सुरेश भंसाली ने किया।
रात्रिकालीन धम्म जागरण का कार्यक्रम शासनश्री साध्वीश्री जी के सान्निध्य में आयोजित हुआ। भानुप्रकाश बरड़िया, वेदिक चोरड़िया, अशोक बैद, हलचल जैन, राजीव महनोत, सुनीता बैंगाणी, पुलकित खटेड़, सुरभि बैंगाणी, शांति देवी नाहटा, पवन बरड़िया ने अपनी गीतिका, रचनाओं द्वारा आचार्य भिक्षु की अभ्यर्थना में अपने स्वर दिए।
कार्यक्रम का संचालन हनुमान नाहटा ने किया। सभी संघ गायकों का दिल्ली सभा महामंत्री प्रमोद घोड़ावत, सभा अध्यक्ष पन्नालाल बैद, मंत्री आनंद बुच्चा, संगठन मंत्री देवेंद्र पुगलिया, कोषाध्यक्ष संपत नाहटा आदि ने पंचरंगा पट्टा पहनाकर स्वागत किया गया।