मानवता के मसीहा थे आचार्यश्री तुलसी

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मानवता के मसीहा थे आचार्यश्री तुलसी

कांकरोली।
तेरापंथ भवन में साध्वी मंजुयशा जी के सान्निध्य में तेरापंथ सभा एवं तेरापंथ महिला मंडल द्वारा आचार्यश्री तुलसी का 26वाँ महाप्रयाण दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से पार्षद दीपक जैन उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रारंभ साध्वीश्री जी के नमस्कार महामंत्र के मंगल उच्चारण से हुआ। तेममं, कांकरोली की पच्चीस बहनों ने तुलसी अष्टकम् का संगान किया। कांकरोली तेरापंथ सभा के अध्यक्ष प्रकाशचंद सोनी ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। साध्वी मंजुयशाजी ने कहा कि आज हम तेरापंथ धर्मसंघ के नौवें अधिशास्ता आचार्यश्री तुलसी का महाप्रयाण दिवस को विसर्जन दिवस के रूप में मना रहे हैं। आचार्यश्री तुलसी ने मात्र 11 वर्ष की अल्पायु में दीक्षा स्वीकार की। नैतिकता का संदेश जन-जन तक पहुँचाने हेतु अणुव्रत आंदोलन किया। साहित्य के क्षेत्र में हिंदी, संस्कृत, प्राकृत आदि भाषाओं में रचनाएँ कर साहित्य अजस्र òोतस्विनी प्रवाहित कर गण के भंडार को समृद्ध किया।
इस अवसर पर साध्वी चारूप्रभाजी, साध्वी इंद्रप्रभाजी ने कविता एवं विचारों की अभिव्यक्ति दी। महिला मंडल की बहनें-उषा कोठारी, तारा बाफना, खुशी तलेसरा, साधना पोकरना, साधना चौरड़िया, भावना तलेसरा, नीतू चौरड़िया, रीना चोरड़िया ने आचार्यश्री तुलसी के अवदानों को ‘विज्ञापन सेवा’ द्वारा प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में साध्वीश्री जी ने 10 मिनट ओम जय ओम जय ओम गुरुदेव आदि का सामुहिक जप करवाया। सामुहिक गीत का संगान किया। कार्यक्रम का संचालन साध्वी चिन्मयप्रभाजी ने किया। भाई-बहनों की उपस्थिति सराहनीय रही। मंगलपाठ से कार्यक्रम संपन्न हुआ।