आध्यात्मिक मिलन - स्नेह सौहार्द के विकास की प्रेरणा देता है

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आध्यात्मिक मिलन - स्नेह सौहार्द के विकास की प्रेरणा देता है

पर्वत पाटिया
मुनि उदित कुमार जी सारोली से विहार कर पर्वत पाटिया, तेरापंथ भवन पधारे जहाँ पर साध्वी लब्धिश्री जी के साथ उनका आध्यात्मिक संत मिलन हुआ। संतजनों के पारस्परिक सद्भावना के मनोरम्य दृश्य देखकर दर्शक भावविभोर हो उठे। इस अवसर पर मुनि उदित कुमार जी ने कहा कि संत भारतीय आध्यात्मिक संस्कृति के संवाहक होते हैं। उसमें भी तेरापंथ जैन धर्मसंघ में तो पारस्परिक प्रम और सद्भावना कूट-कूटकर भरी गई है। हम सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं, एक ही गुरु के शिष्य हैं इसलिए हम जब मिलते हैं तो अद्भुत आह्लाद और आत्मीयता की अनुभूति होती है। संतों का यह मिलन श्रावक समुदाय और सभी समाज जनों को भी स्नेह-सौहार्द के विकास की प्रेरणा देता है। साध्वी लब्धिश्री जी ने कहा कि पूज्य गुरुदेव ने जब से मुनि उदित कुमार जी का चातुर्मास सूरत में फरमाया तभी से हम चातक दृष्टि से उनके पधारने की प्रतीक्षा कर रहे थे। मुनिश्री जी से मिलने की शुभ घड़ी आ गई और मुनिश्री से मिलकर हम अत्यधिक आनंद की अनुभूति कर रहे हैं। मुनिश्री अत्यंत श्रमशील एवं पुरुषार्थी संत हैं। उनकी वाणी आकर्षक एवं संघ प्रभावक है। उनकी अनेक विशेषताओं का लाभ सूरत की अध्यात्मप्रिय जनता को मिलेगा। मुनि अनंत कुमार जी ने कहा कि साध्वी लब्धिश्री जी से मिलकर हमें आनंद की अनुभूति हो रही है। उन्होंने सूरत में धर्म की अलख जगाई है। संथारा साधक बाबूभाई मेहता सहित अनेक संथारा साधकों को उन्होंने सुदीर्घ समय तक चित्त समाधि प्रदान की है। साध्वीवृंद द्वारा मुनिश्री के स्वागत में समुह गीत की प्रस्तुति दी गई। तेरापंथी सभा, सूरत के अध्यक्ष हरीश कावड़िया ने अपने अध्यक्षीय कार्यकाल की सफलता में मुनिश्री एवं साध्वीश्री के आशीर्वाद को योगभूत बताया। उधना सभा के अध्यक्ष बसंतीलाल नाहर, प्रवक्ता उपासक श्रेष्ठ कार्यकर्ता अर्जुन मेड़तवाल, तेयुप पर्वत पाटिया के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप कोठारी आदि ने अभिव्यक्ति दी। तेरापंथ महिला मंडल ने मंगलाचरण किया। संचालन तेयुप, पर्वत पाटिया के पूर्व अध्यक्ष चंद्र प्रकाश परमार ने किया।