साध्वीप्रमुखाश्री मनोनयन समारोह का आयोजन

संस्थाएं

साध्वीप्रमुखाश्री मनोनयन समारोह का आयोजन

जसोल
साध्वी रतिप्रभाजी के सान्निध्य में साध्वीप्रमुखा मनोनयन समारोह मनाया गया। साध्वीश्री जी ने नमस्कार महामंत्र द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत की। साध्वी पावनयशा जी ने सुमधुर गीत के माध्यम से मंगलभावना प्रेषित की। साध्वी मनोज्ञयशा जी ने कहा आप शुरू से ही ज्ञान, दर्शन, चारित्र, तप और वीर्य में दृढ़ संकल्पी हैं। आगे भी इसी तरह रहें। आचार्यश्री ने आपको साध्वी समाज का दायित्व सौंपा है। अब हम कोशिश करें कि कैसे आपको अपनी तरफ से निर्भार करें। साध्वी कलाप्रभाजी ने कहा सूरजमुखी दिन में खिलता है रात में नहीं, चंद्र मुखी रात में खिलता है दिन में नहीं, लेकिन हमारी साध्वीप्रमुखा अंतर्मुखी है जो दिन और रात दोनों में खिलती हैं। साध्वी रतिप्रभाजी ने कहा कि समण श्रेणी की पहली समणी है। कितने वर्षों से आगम, लेखन जैसे अनेक कार्य संभाल रही है। हमारे गुरु महान हैं, महान है उनका निर्णय। तेरापंथ सभा अध्यक्ष मोतीलाल जीरावला, मंत्री माणकचंद संखलेचा, पूर्व अध्यक्ष डूंगरचंद सालेचा, महिला मंडल अध्यक्ष सोहनी देवी सालेचा सहित
अनेक लोगों ने अपने भावों से नवनिर्वाचित साध्वीप्रमुखाजी को मंगलभावना प्रेषित की। कार्यक्रम का संचालन साध्वी मनोज्ञयशाजी ने किया।