हम आज बधाएँ

हम आज बधाएँ

मंगलमय पावन पलों को आज बधाएँ---हम आज बधाएँ।
चयन नई साध्वीप्रमुखा का देख सभी हरसाएँ।
मनोनयन नव साध्वीप्रमुखा का देख सभी हरसाएँ।।

शासन माँ के महाप्रयाण से सूनी थी फुलवारी।
गुरुवर महाश्रमण ने फिर से हरी-भरी क्यारी।
नंदनवन सम भैक्षवगण पा अपना भाग्य सराएँ।।

विनयशील व्यवहार कुशल सहज समर्पित जीवन।
तप जप संयम अप्रमत्तता से सुरभित हर कण-कण।
अद्भुत श्री धी धृतिबल की हम बलि बलिहारी जाएँ।।

महर नजर गुरुत्रय की दृष्टि आराधन कर पाई।
श्रमनिष्ठा गुरुनिष्ठा से की शिखरों की चढ़ाई।
बढ़ो-चढ़ो शासनमाता ज्यों यही भावना भाएँ।।

चंदेरी की चाँदनी का चम-चम चमके भाल है।
पाकर नव साध्वीप्रमुखा धर्मसंघ खुशहाल है।
मोदी परिकर में खुशियों की उड़ रही हर्ष गुलाल है।
रहो निरामय कदम-कदम पर मंगलभाव सजाएँ।।