महानायक हैं - आचार्यश्री महाश्रमण

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महानायक हैं - आचार्यश्री महाश्रमण

पुणे।
आचार्यश्री महाश्रमण जी का जन्म दिवस, पट्टोत्सव, षष्टीपूर्ति व युगप्रधान अलंकरण समारोह का समायोजन पुणे क्षेत्र में साध्वी काव्यलताजी के सान्निध्य में वर्धमान स्थानकवासी श्रीसंघ के स्थानक में मनाया गया। इस अवसर पर तेममं की बहनों द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण द्वारा हुई। वर्धमान श्रीसंघ के अध्यक्ष शांतिलाल बोरा ने आचार्यश्री महाश्रमण जी को जैन धर्म के प्रभावक आचार्य बताते हुए सभी का स्वागत किया। साध्वी काव्यलता जी ने कहा कि आज हम मानवता के महानायक का जन्म दिवस समारोह के रूप में मना रहे हैं। पदाभिषेक दिवस व युगप्रधान अलंकरण समारोह मना रहे हैं, यह तेरापंथ समाज का सौभाग्य है। करुणा, श्रमशीलता और विनम्रता जैसे उदात्त गुणों के धारक हैं। आचार्यप्रवर के व्यक्तित्व ने विश्वक्षितिज को मानव कल्याणकारी आलोक से आपूरित किया है। जिसके नेतृत्व में आत्मीय अनुशासन के आधार पर जन-जन के हृदय को बदला है। साध्वी ज्योतियशा जी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
साध्वी सुरभिप्रभाजी ने सुमधुर गीत का संगान किया। तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा पुष्पा कटारिया, सरला नाहटा, तेयुप की ओर से विनयश्यामसुखा, कन्या मंडल की ओर से दीपशिखा सेठिया, स्थानकवासी संघ के मंत्री आशीष बोहरा ने अपनी श्रद्धाभक्ति प्रस्तुत की। आभार ज्ञापन वर्षा नाहटा ने किया। राकेश पारख ने श्रीसंघ के अध्यक्ष शांतिलाल बोहरा का सम्मान किया। कार्यक्रम की संयोजना में सुभाष भूतोड़िया का विशेष समावेश रहा।