सामूहिक सामायिक कार्यक्रम

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सामूहिक सामायिक कार्यक्रम

उतकेला।
मुनि प्रशांत कुमार जी, मुनि कुमुद कुमार जी के सान्निध्य में सामूहिक सामायिक का आयोजन हुआ। 44 परिवार में 134 सामायिक अपने आपमें रिकॉर्ड है। मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा कि सामूहिक रूप से सामायिक अपने आपमें निर्जरा का सशक्त माध्यम है। सामायिक से मन में शाति, मानसिक समता का भाव बनता है। व्यक्ति समभाव में जाती है। सामायिक के 32 दोष टालकर शुद्ध भाव से सामायिक करनी चाहिए। उच्च एवं शुद्ध भावों से सामायिक साधना करने से महानिर्जरा होती है।
मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा कि प्रभु महावीर ने कहा कि विवेक ही धर्म है। प्रत्येक कार्य में विवेक रखने से अनावश्यक पाप कर्म से बच जाते हैं। उतकेला के युवकों में विशेष उत्साह का भाव देखा। युवकों की जागरूकता से ही 44 परिवार में 134 सामायिक संभव हुई है। वर्धमान जैन ने बताया कि मुनिश्री की प्रेरणा एवं अथक प्रयास से उतकेला में अच्छी जागृति हुई है। सूरज जैन, देवदास जैन, आंचल जैन, सिद्धि जैन, दिशा जैन, चंचल जैन, अंजलि जैन, रूपचंद जैन ने विचार व्यक्त किए। संपूर्ण समाज ने मुनिश्री के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।