अक्षय तृतीया पर्व का आयोजन

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अक्षय तृतीया पर्व का आयोजन

राजलदेसर।
साध्वी मंगलप्रभाजी के सान्निध्य में अक्षय तृतीया का कार्यक्रम मनाया गया। कार्यक्रम नमस्कार महामंत्र के सामुहिक संगान के साथ शुरू हुआ। साध्वीश्री जी ने कहा कि यह एक ऐसा पर्व है जिसके साथ जुड़ा है एक इतिहास, एक संस्कृति, एक सभ्यता, एक परंपरा। अक्षय यानी जिसका कभी क्षय नहीं होता। जैन परंपरा के अनुसार आज का दिन इतिहास का दुर्लभ दस्तावेज है।
इस अवसर पर साध्वीश्री जी ने शासनश्री साध्वी फूलकुमारी जी द्वारा रचित गीत का संगान किया। साध्वी सुमनकुमारी जी, साध्वी प्रणवप्रभाजी ने अपने विचारों की प्रस्तुति देते हुए भगवान ऋषभ के जीवन दर्शन को उजागर किया। तेरापंथी सभा के अध्यक्ष नवरत्न मालू बैद ‘मूथा’ ने भगवान ऋषभ को वंदन करते हुए अपने विचारों की प्रस्तुति दी। महिला मंडल की बहनों ने एक सुंदर सिंपोजियम की प्रस्तुति दी। कन्या मंडल एवं महिला मंडल ने गीतिका द्वारा अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। एक दिन पूर्व आयोजित एक समारोह में 16वाँ वर्षीतप करने वाली वर्षीतप आराधिका पुखराज देवी दुधेड़िया का तेरापंथी सभा एवं महिला मंडल द्वारा अभिनंदन पत्र एवं साहित्य से अभिनंदन किया गया।