करें श्रद्धा से वंदन

करें श्रद्धा से वंदन

करें श्रद्धा से वंदन है।
युगप्रधान युगनायक का, करते अभिनंदन है।।

नेमांजी के लाल लाड़ले, झूमर कुल उजियारे,
गणमाली हो, गणरक्षक हो, लगते सबसे प्यारे,
तेरी करुणा दृष्टि पा, कट जाते बंधन हैं।। करें---

सहज शांति की मूरत हो तुम, मुख मुस्कान गजब है,
सहनशीलता अनुपम तेरी, समता भाव अजब है,
तेरे मुखदर्शन से मिटते, सारे क्रंदन है।। करें---

योगीश्वर अलबेले लगते, धुन में अपनी रहते,
आत्मा भिन्न शरीर भिन्न यह, अनुभव करते रहते,
तेरी अमृत-वाणी से, मन होता पावन है।। करें---

तुलसी की शिल्पकला से, महाश्रमण पद पाया,
महाप्रज्ञ की शुभ दृष्टि ने, भैक्षव शिखर चढ़ाया,
महातपस्वी महामनस्वी, हर दिल की धड़कन है।। करें---

लय: धर्म की लौ जलाएँ हम---