युवा दिवस का आयोजन

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युवा दिवस का आयोजन

कोलकाता।
युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण जी का दीक्षोत्सव ‘युवा दिवस’ के रूप में साध्वी स्वर्णरेखाजी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन में आयोजित किया गया। साध्वीश्री जी ने कहा कि मनुष्य जन्म को दुर्लभ माना गया है, इस दुर्लभता के साथ संन्यास की युति मिल जाए तो इहलोक के साथ परलोक भी भव्य एवं दिव्य बन जाता है। भगवान महावीर का केवलज्ञान कल्याणक दिवस, आचार्य महाश्रमण जी का दीक्षा दिवस बना तो तेरापंथ धर्मसंघ की नवम साध्वीप्रमुखा का चयन दिवस भी बन गया। योगीश्वर की परमार्थमयी विभुता एवं लब्धि संपन्नता लाखों-करोड़ों का कल्याण कर रही है। साध्वीश्री जी ने 49वें दीक्षोत्सव में उनपचास बहनों के साथ गीत का संगान करके आराध्य को श्रद्धा अर्घ्य अर्पित किया।
युवा दिवस पर साउथ कोलकाता, साउथ हावड़ा, उत्तर हावड़ा, पूर्वांचल के तेयुप ने सुमधुर मंगल गीत से अभिवंदना अर्पित की। विकास परिषद के सदस्य बनेचंद मालू, महासभा के मुख्य न्यासी सुरेशचंद गोयल, अभातेममं की पूर्व अध्यक्षा कल्पना बैद, साउथ सभा के मंत्री खेमचंद रामपुरिया, तेयुप, साउथ-कोलकाता के अध्यक्ष अमित पुगलिया ने अपनी भावना वक्तव्य के माध्यम से व्यक्त की। टीपीएफ, साउथ कोलकाता के अध्यक्ष आलोक चोपड़ा आदि ने कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। जयश्री, खुशबू और शशि तथा कन्या मंडल की कन्याओं ने ‘महाश्रमण की कथा’ सुनाकर सबका ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम का प्रारंभ महानगर की युवक परिषदों ने ‘महाश्रमण अष्टकम्’ के साथ संगीता कुचेरिया के स्वरों के साथ हुआ। संचालन शैलेंद्र बोरड़ ने किया।