भगवान महावीर के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक

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भगवान महावीर के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक

भवानीपटना।
मुनि प्रशांत कुमार जी के सान्निध्य में भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक मनाया गया। मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा कि प्रभु महावीर के विचार एवं सिद्धांत आज पूरी दुनिया में मान्य हो रहे हैं। स्वतंत्रता, सापेक्षता, समन्वय, सहयोग, समता और सहिष्णुताµये सब महावीर दर्शन के मूल सिद्धांत रहे हैं, इन्हें स्वीकार कर चलना हर राष्ट्र के सभ्य नागरिक के लिए आज आवश्यक हो गया है। भगवान महावीर का जीवन दर्शन अपने आपमें विराट है।
मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा कि भगवान महावीर ने समता की साधना करने के साथ समत्व भाव का उपदेश दिया। समता के बिना धार्मिक क्रिया केवल क्रिया बनकर रह जाती है। मोक्ष का अधिकारी वही व्यक्ति हो सकता है जिसकी भाव शुद्धि हो। भगवान महावीर के सिद्धांत को आज जितना व्यक्ति आत्मसात करेगा उतना ही शांति से जीवन जी सकेगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ महावीर अष्टकम् से हुआ। सभा अध्यक्ष महेंद्र जैन ने सभी का स्वागत किया। ज्ञानशाला भवानीपटना ने भगवान महावीर की झाँकी प्रस्तुत की। तेयुप अध्यक्ष चंदन जैन, ओडिशा प्रांतीय सभा अध्यक्ष मुकेश जैन, महिला मंडल अध्यक्ष लक्ष्मी जैन, कांटाभाजी सभाध्यक्ष विनोद जैन, कांटाभाजी तेयुप अध्यक्ष हेमंत जैन, बेलपाड़ा, तेयुप मंत्री विकास जैन, खरियारोड की चेयरमैन सोनिया जैन, टिटलागढ़ की चेयरमैन ममता जैन ने अपने भाव व्यक्त किए। उत्केला तेयुप मंत्री सौरभ जैन, कांटाभाजी महिला मंडल, अंजू जैन, भवानी पटना महिला मंडल, महेंद्र सिंघी ने गीत के माध्यम से प्रभु महावीर को श्रद्धांजलि दी। आभार ज्ञापन सभा मंत्री पंकज जैन ने किया। कार्यक्रम का संचालन ममता जैन ने किया।