अणुव्रत अपसेट को सेट करता है

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अणुव्रत अपसेट को सेट करता है

बैंगलोर।
स्वतंत्रता के समय भारत में फैली हिंसा व अराजकता के कारण अनुशासन, संयम व अणुव्रत के शंखनाद से लाखों-लाखों लोगों ने अपने जीवन को संवारा है। अच्छे व्यवहार से नकारात्मक को सकारात्मकता में बदला जा सकता है व हर इंसान जीवन में उच्च स्तर प्राप्त कर सकता है। अपेक्षा है अणुव्रत के नियमों को अपनाकर जीवन को स्वस्थ व सुंदर बनाना होगा। यह विचार मुनि अर्हत कुमार जी ने अणुव्रत संगोष्ठी के अंतर्गत व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हमारा खान-पान अच्छा होना चाहिए।
सहयोगी मुनि भरत कुमार जी ने कहा कि अणुव्रत के नियम अपनाकर जीवन को सुंदर बनाएँ व संत मुनि जयदेव कुमार जी ने गीत का संगान किया। कार्यक्रम चिक्क मावली में आयोजित था जनसभा का स्वागत अणुव्रत विश्व भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कन्हैयालाल चिप्पड़ ने किया। सभा अध्यक्ष सुरेश चंद, अणुव्रत अध्यक्ष
शांतिलाल पोरवाल, तेयुप अध्यक्ष विनय बैद व चंद्रशेखर ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में नैनमल हेमराज प्रकाश चंद लोढ़ा, ट्रस्ट उपाध्यक्ष माणकचंद मूथा, विजयनगर महिला मंडल मंत्री सुमित्रा बरड़िया, प्रकाश चंद्र बाबेल, हस्तीमल हिरण, संगठन मंत्री निर्मलपोखरना, सहमंत्री धर्मेद्र बरलोटा, चेतना केंद्र के मंत्री मदन बरमेचा आदि भी उपस्थित थे।
मंगलाचरण देवराज रायसोनी ने धन्यवाद अणुव्रत दक्षिण कर्नाटक प्रभारी ललित बाबेल ने दिया। संचालन मंत्री माणकचंद संचेती ने किया।