शासनमाता हरपल यादां आवै है

शासनमाता हरपल यादां आवै है

शासनमाता प्रमुखा हरपल यादां आवै है।
गुरु सुमना री भीनी सौरभ महीतल में महकावै है।

सगला संत सत्यां नै सीख ग्लोनी देकर अमृत बरसाता
छोटा-छोटा नवदीक्षित सतियां पर भारी कृपा रखवाता।
मन मंदिर में ममता मूरत उन्नति राह दिखावै है।

थांरी गुरु भक्ति री शक्ति निराली गण अनुरवित ही न्यारी
थांरी प्रवचन शैली ही अलबैली काव्य कुशलता कविप्यारी।
लेखन सम्पादन नै सारा सुधीजन शीश चढ.ावै है।

म्हांनै चरण कमल री पावन सेवा माघ महोत्सव पर मिलती।
सबनै ग्रास दिराता कार्य सिखाता जीवन फुलबारी खिलती
स्वाध्यायरी बणणै री थांरी सीखड.ली मन भाव है।

शासनमाता थे बड.भागी गुरुवर चरणां में अन्तिम श्वांस लिया।
थांरी तीजो मनोरथ सिद्ध हुयो थे समता रो संदेश दियो।
‘सहजयशा’ ऊर्ध्वारोहण री ऊर्जा थांस्यू पावै है।।

तर्ज: माटी री आ