बीसवीं सदी के पथदर्शक थे आचार्य तुलसी

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बीसवीं सदी के पथदर्शक थे आचार्य तुलसी

चेन्‍नई

अणुव्रत विश्‍व भारती के निर्देशानुसार अणुव्रत समिति, हावड़ा द्वारा आयोजित एक शाम अणुव्रत प्रवर्तक तुलसी के नाम कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम की शुरुआत सामुहिक नवकार महामंत्र के गीत के साथ हुआ। अणुव्रत समिति हावड़ा के संगठन मंत्री सुषमा सिंघी ने गीतिका का संगान किया। अणुव्रत समिति परामर्शक एवं उपासक जब्बरमल दुगड़ ने अणुव्रत आचार संहिता का वाचन किया।
अणुव्रत समिति अध्यक्ष मनोज कुमार सिंघी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और आचार्यश्री तुलसी के अवदानों पर प्रकाश डाला, जिसमें एक अवदान हैअणुव्रत। तेरापंथी महासभा के शिरोमणि राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश गोयल, मुख्य ट्रस्टी भंवरलाल बैद, अणुविभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अविनाश नाहर, उपाध्यक्ष प्रताप दुगड़, महामंत्री भीखमचंद सुराणा एवं सगठन संयोजक राकेश मालू ने भजन संध्या कार्यक्रम के लिए मंगलकामना करते हुए गुरुदेव तुलसी के अवदानों पर प्रकाश डाला।
आमंत्रित कलाकार अमित सिंघी-सिरसा, ललित श्यामसुखा-दिल्ली, राहुल बैद-दिल्ली एवं राकेश चिंडालिया ने शानदार प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया एवं सुधा जैन हिसार ने अपनी आध्यात्मिक प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।
कार्यक्रम में महासभा से बंगाल प्रभारी तेजकरण बोथरा, दक्षिण हावड़ा तेरापंथ सभा अध्यक्ष सुशील गिड़िया, अणुविभा से पंकज दुधोड़िया, अणुव्रत समिति कोलकाता के अध्यक्ष प्रदीप सिंघी, अणुव्रत समिति, हावड़ा उपाध्यक्ष-प्रथम अजीत बैद, सहमंत्री-प्रथम रेखा मालू, सहमंत्री-द्वितीय दीपक नखत, कोषाध्यक्ष डालम गिड़िया, प्रचार-प्रसार मंत्री राकेश धारीवाल एवं समाज के सभी गणमान्य श्रावकों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में कोलकाता हावड़ा उपनगर की तेरापंथी सभा, तेममं, तेयुप, टीपीएफ व अणुव्रत समिति, कोलकाता का सहयोग रहा। अणुव्रत समिति, हावड़ा के मंत्री राजेश बोहरा ने सभी का आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रमोद घोड़ावत ने किया।