शासनमाता साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभाजी की स्मृति सभा का आयोजन

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शासनमाता साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभाजी की स्मृति सभा का आयोजन

सिंधनुर।
पूज्य श्री नरेश मुनिजी एवं शासन रत्न युवा मनीषीश्री शालीभद्रजी आदि ठाणा-2 के सानिध्य में तेरापंथ सभा भवन सिंधनूर मे शासन माता साध्वी प्रमुखाश्री कनकप्रभाजी की स्मृति सभा का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत नवकार महामंत्र के द्वारा हुई। महिला मंडल से समता जीरावला ने मंगलाचरण किया, महिला मंडल मंत्री सुनीता नाहर ने साध्वी प्रमुखाश्रीजी का जीवन परिचय दिया। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के पूर्व महामंत्री हनुमानजी लुंकड़ ने शासनमाता के साथ बिताए लम्हों को याद करते हुए भाव विभोर हो गए। उपासिका सरोज बाई नाहर और कीर्ति नाहर ने अपने विचार व्यक्त किए। मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष सुजीत ओस्तवात, स्थानकवासी संप्रदाय से जैन रत्न गौतम बंब ने शासनमाता के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उप प्रवर्तक पूज्य नरेश मुनिजी म. सा ने शासनमाता के प्रति अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि साध्वी प्रमुखाश्रीजी को तीन आचार्यों का सान्निध्य प्राप्त हुआ और कहा कि हमारा उनसे कई बार मिलना हुआ, विचार-विमर्श हुआ जिनसे हमे भी प्रेरणा प्राप्त हुई और शासनमाता के प्रति कहा ‘‘है समय नदी की धारा जिसमें सब बह जाया करते हैं, कुछ विरले ऐसे होते हैं जो इतिहास बनाया करते हैं।’’
शासन रत्न युवा मनीषीश्री शालीभद्रजी म.सा. ने अपनी सुंदर गीतिका के द्वारा सबका मन मोह लिया और शासनमाता के बताए हुए मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में स्थानकवासी संप्रदाय के अध्यक्ष श्रेणिकराज छाजेड, मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष सुजीत ओस्तवाल, तेरापंथ सभा के अध्यक्ष अशोक छल्लाणी और समाज के कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का संचालन तेरापंथ युवक परिषद् के अध्यक्ष विजय नाहर ने किया।