आने वाली पीढ़ियों के लिए उदाहरण रहेगी अहिंसा यात्रा - परमानंद झा

गुरुवाणी/ केन्द्र

आने वाली पीढ़ियों के लिए उदाहरण रहेगी अहिंसा यात्रा - परमानंद झा

नेपाल के पूर्व उपराष्ट्रपति परमानंद झा ने कहा कि जैन, वैदिक और बौद्ध धर्म ने विश्व की संस्कृति को समृद्ध बनाया है। नेपाल अपने पड़ौसी भारत से सांस्कृतिक व दार्शनिक विचारों से लाभान्वित होता रहता है। नेपाल में जैनाचार्यों का आगमन अतीत और वर्तमान में भी होता रहा है। आचार्य महाश्रमण जी ने अपनी धवल सेना के साथ अहिंसा यात्रा शुरू की थी। आपने कठिन परिस्थितियों में भी नेपाल की जनता को आशीर्वाद प्रदान किया है। यह यात्रा आने वाली पीढ़ियों के लिए उदाहरण बनकर रहेगी। इस यात्रा से भारत-नेपाल संबंध मजबूत हुए हैं। मैं आपके त्याग और समर्पण भाव का आदर करता हूँ। आप भविष्य में भी लोक-कल्याण का कार्य करते रहें।
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देऊबा के संदेश का वाचन नेपाल के राजदूत रामप्रसाद सुवेदी ने किया और अपनी भावना भी अभिव्यक्त की।