रूपांतरण थ्रू जैनिज्म कार्यशाला का आयोजन

संस्थाएं

रूपांतरण थ्रू जैनिज्म कार्यशाला का आयोजन

बालोतरा
अभातेममं के निर्देशानुसार तेरापंथ महिला मंडल द्वारा डॉ0 मुनि पुलकित कुमार जी एवं मुनि आदित्य कुमार जी के सान्‍निध्य में न्यू तेरापंथ भवन में रूपांतरण थ्रू जैनिज्म कार्यशाला व पुरानी ढालों का पुनरावर्तन दोनों कार्यशाला का आयोजन किया गया। मंत्री संगीता बोथरा ने बताया कि सर्वप्रथम नमस्कार महामंत्र एवं प्रेरणा गीत का संगान किया गया। महिला मंडल अध्यक्षा निर्मला संकलेचा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। मुनि आदित्य कुमार जी ने कार्यशाला से संबंधित विषय लेश्या को समझाते हुए कहा कि व्यक्‍ति कैसे कर्म करता है और उसके भाव कैसे हैं, इसके मापदंड का साधन हैलेश्या। जैन दर्शन में 6 लेश्याओं का वर्णन आता है। इसमें प्रथम तीन अशुभ और अंतिम तीन शुभ लेश्या होती हैं। इसी क्रम में डॉ0 मुनि पुलकित कुमार जी स्वामी ने भी लेश्या विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए, साथ ही पुरानी ढालों का पुनरावर्तन क्रम में मार्च महीने की गीतिका के बारे में विस्तार से समझाया। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्त्वावधान में तेममं, बालोतरा द्वारा नारीलोक वर्धापना विशेषांक डॉ0 मुनि पुलिकत कुमार जी को अभातेममं सदस्य व मारवाड़ क्षेत्र प्रभारी सारिका बागरेचा तथा महिला मंडल अध्यक्ष-मंत्री सहित
पूरी टीम की तरफ से निवेदित की। इस अवसर पर परामर्शक नारायणी देवी छाजेड़, पीपी देवी ओस्तवाल, लूणी देवी गोलेच्छा, उपाध्यक्ष चंद्रा बालड़, रानी बाफना, सहमंत्री इंदु भंसाली, रेखा बालड़, प्रचार-प्रसार मंत्री पुष्पा सालेचा, कन्या मंडल प्रभारी श्‍वेता सालेचा, निवर्तमान अध्यक्ष अयोध्या देवी ओस्तवाल, पूर्व परामर्शक कमला देवी ओस्तवाल, देवी बाई छाजेड़, पूर्व अध्यक्ष सहित लगभग 150 बहनें उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार ज्ञापन मंत्री संगीता बोथरा
ने किया।