अणुव्रत स्थापना दिवस पर अणुव्रत काव्यधारा

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अणुव्रत स्थापना दिवस पर अणुव्रत काव्यधारा

राजलदेसर
अणुव्रत आंदोलन के 74वें स्थापना दिवस पर अणुव्रत विश्‍व भारती सोसायटी के निर्देशानुसार अणुव्रत समिति द्वारा तेरापंथ भवन में अणुव्रत काव्यधारा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वयोवृद्ध अणुव्रती एवं अणुव्रत समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान संरक्षक सेवानिवृत्त शिक्षक चंपालाल पांडे ने की। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष नवरत्नमल बैद के मुख्य आतिथ्य एवं ख्यातनाम हिंदी लेखिका एवं कवियित्री डॉ0 उषा किरण सोनी के विशिष्ट आतिथ्य में अणुव्रत समिति के अध्यक्ष शंकरलाल सोनी के परिचयात्मक उद्बोधन से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। डॉ0 उषा किरण सोनी ने स्वरचित सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। तेरापंथी सभा के उपाध्यक्ष खेमचंद बरड़िया ने अणुव्रत गीत एवं तेरापंथ महिला मंडल की सदस्याओं ने सुमधुर अणुव्रत गीतिका प्रस्तुत की। इसके बाद काव्यपाठ की शृंखला में लालचंद प्रजापत, रामधन पांडे, मंगतमल पांडिया, शिक्षक गोरखमल पांडे, ज्योति बरड़िया, लाभचंद सोनी, पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान संरक्षक अणुव्रत समिति, भुवनेश्‍वर शर्मा, मंत्री वीरेंद्र लाटा, उपाध्यक्ष एवं शंकरलाल सोनी, अध्यक्ष अणुव्रत समिति ने कविताएँ, मुक्‍तक, छंद एवं गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम में चार चाँद लगाए। इसके अतिरिक्‍त अणुव्रत समिति, राजलदेसर के अनुरोध पर चुरू स्थित साहित्य संस्था से जुड़े वरिष्ठ कविगणों क्रमश: बनवारीलाल ‘खामोश’, सुरेंद्र पारीक ‘रोहित’, इदरीश खत्री ‘राज’, विजयकांत, दीपक ‘कामिल’ ने अपनी प्रस्तुतियों के वीडियो क्लिक प्रेषित किए, जिनको एलईडी के माध्यम से श्रोताओं के समक्ष प्रसारित किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष के संबोधन एवं अणुव्रत समिति के अध्यक्ष शंकरलाल सोनी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपन्‍न हुआ। कार्यक्रम का संचालन समिति उपाध्यक्ष वीरेंद्र लाटा ने किया।