साध्वीप्रमुखाश्री जी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में

साध्वीप्रमुखाश्री जी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में

माँ! तुझे सलाम

साध्वी सिद्धियशा 

गुरु तुलसी ने दिया,
संघ को अनमोल पैगाम।
बनी कला से कनक महान,
माँ! तुझे सलाम॥

सरस्वती, दुर्गा, चामुणी,
आज विराट स्वप्न तुम्हारा।
बिंदु से सिंधु बनी तुम,
लक्ष्मी, गंगा रूप निहारा।
चंदन वाला! दिव्य ललाम
माँ! तुझे सलाम॥

तेजस्वी आभा कोहिनूर-सी,
स्नेह भरी आस्था की गोदी।
विनय-समर्पण प्रेरक तेरा,
रक्षा-कवच तुम साध्वी समाज की।
शिक्षा पा बढ़े अविराम
माँ! तुझे सलाम॥

चंदेरी में अमृतरस बरसे,
51वें मनोनयन दिवस पर।
स्वीकारो श्रद्धा,
शक्‍ति भर दो, मुझको वर दो,
ऐसा स्वर दो
गाऊँ तेरा मैं गुणगान
माँ! तुझे सलाम॥