रूपांतरण कार्यशाला

संस्थाएं

रूपांतरण कार्यशाला

ईरोड
अभातेममं द्वारा निर्देशित मुनि सुधाकर कुमार जी एवं मुनि नरेश कुमार जी के सान्‍निध्य में आयोजित रूपांतरण कार्यशाला ‘कषाय’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन तेममं द्वारा स्थानीय तेरापंथ भवन में हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ मंगलाचरण भारती डागा द्वारा हुआ। तत्पश्‍चात मुनि सुधाकर कुमार जी ने मधुर संगान के साथ कषायों पर प्रकाश डाला। कषाय आत्मा को मलिन बनाता हैक्रोध, मान, माया और लोभ ही कषाय का मूल कारण है। राग और द्वेष कर्म के बीज हैं। अत: मोह ही इन कर्मों को बनाता है। पारिवारिक जीवनपरिवार में जितने नकारात्मक विचार होंगे कषाय बढ़ेगा और जितने सकारात्मक विचार होंगे कषाय की उत्पत्ति कम होगी। अंत में मंत्री पिंकी वेदमूथा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यशाला में बहनों की उपस्थिति अच्छी रही।