रिश्तो की डोर ना हो कमजोर

संस्थाएं

रिश्तो की डोर ना हो कमजोर

रायपुर
रायपुर के शैलेंद्र नगर स्थित समता मुकीम भवन में मुनि दीपकुमार जी के सान्‍निध्य में ‘रिश्तों की डोर, ना हो कमजोर’ विषयक कार्यशाला का आयोजन तेरापंथी सभा, तेममं, तेयुप, टीपीएफ, अणुव्रत समिति के संयुक्‍त तत्त्वावधान में हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि विधायक कुलदीप जुनेजा एवं मुख्य वक्‍ता निखिल अग्रवाल थे। मुनि दीप कुमार जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में रिश्तों का बहुत महत्त्व है, उसमें भी दंपति का और ज्यादा। परिवार के लिए दंपत्ति एक संपत्ति है। दाम्पत्य जीवन में खुशहाली के लिए फाइव टी को अपनाना चाहिए। ट्रस्ट, टाइम, टॉकिंग, थैंक्स, टॉलरेंस। यह पाँच टी दंपत्ति के लिए महत्त्वपूर्ण सूत्र बन सकते हैं। बाल मुनि काव्य कुमार जी ने कहा कि जहाँ एक-दूसरे को सहन करना जानते वहाँ रिश्ते कमजोर नहीं पड़ते। मुख्य वक्‍ता ने विषय पर अपने विचार व्यक्‍त किए। सभा अध्यक्ष सुरेंद्र चोरड़िया, महिला मंडल अध्यक्षा सरिता सेठिया, तेयुप अध्यक्ष वीरेंद्र डागा ने विचार रखे। तेममं मंत्री नेहा जैन ने अतिथियों का परिचय दिया। संचालन रश्मि लुंकड़ ने किया। आभार ज्ञापन सभा मंत्री सूर्य प्रकाश बैद ने किया।