मानव मात्र में नैतिक उत्थान का एक घटक है - अणुव्रत

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मानव मात्र में नैतिक उत्थान का एक घटक है - अणुव्रत

हैदराबाद
अणुव्रत समिति द्वारा अणुव्रत विश्‍व भारती के तत्त्वावधान में संगठन गोष्ठी रखी गई, जिसमें अणुविभा के महामंत्री भीखमचंद सुराणा मुख्य अतिथि थे। आपने अणुव्रत के बारे में अपने विचार व्यक्‍त करते हुए कहा कि अणुव्रत समिति, हैदराबाद अणुव्रत के प्रचार-प्रसार में काफी सक्रियता से कार्य कर रही है व यही सक्रियता निरंतर बनी रहे। यहाँ के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता ऊर्जावान हैं व समर्पण भाव से कार्य कर रहे हैं। आपने आगे कहा कि अणुव्रत के कार्यकर्ताओं को अपने अणुव्रती होने पर गर्व होना चाहिए। हमें कार्यक्रमों की ऐसी मिसाल प्रस्तुत करनी चाहिए कि अन्य लोग स्वयं अणुव्रत के प्रति आकर्षित हों। आपने अणुव्रत को व्यापकता देने के लिए अणुविभा द्वारा संपादित कार्यों का विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि स्कूली विद्यार्थियों में जीवन विज्ञान को व्यापकता देने के साथ अणुव्रत क्रिएटिविटी प्रतियोगिता का आयोजन कर विद्यार्थियों में छिपी प्रतिभाओं को उजागर करना भी है। अणुव्रत समिति, हैदराबाद के अध्यक्ष प्रकाश एच0 भंडारी ने अपने स्वागत वक्‍तव्य में भीखमचंद सुराणा व अन्य पदाधिकारियों का स्वागत व अभिनंदन किया। इसके साथ ही समिति द्वारा विगत 9 माह में किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। मंत्री अशोक मेड़तवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर भीखमचंद सुराणा का अणुव्रत समिति की ओर से सम्मान किया गया। इस अवसर पर अणुविभा तेलंगाना प्रभारी तिलोक सिपानी, अणुविभा कार्यकारिणी सदस्य विकास दस्सानी, जयंती गोलछा सुराणा के साथ अणुव्रत समिति, हैदराबाद के सहंत्री विजय आंचलिया, कार्यकारिणी सदस्य राकेश सुराणा, हुक्मीचंद कोचेटा व कमल बरमेचा आदि की गरिमामय उपस्थिति रही।